शहीद प्रीतम सिंह हुए पंचतत्व में विलीन, सैन्य सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार, परिवार सहित लोगों ने नम आंखों से दी अंतिम विदाई

कठुआ 18 जनवरी (हि.स.)। बीते दिनों पुंछ सेक्टर में सेना का एक वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें जिला कठुआ के गांव मंझली लखनपुर निवासी सैनिक प्रीतम सिंह शहीद हो गए थे, जिनका गुरूवार को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया।

गुरूवार को शहीद का पार्थिव शरीर जम्मू से उनके पैतृक गांव मंझली पहुंचा। मंझली श्मशान घाट में शहीद प्रीतम सिंह का अंतिम संस्कार किया गया। पार्थिव शरीर जैसे ही घर की दहलीज पर पहुंचा तो परिजनों का मानो कलेजा फट सा गया हो। देर तक परिजन उससे लिपटकर बिलखने लगे। वहीं अंतिम यात्रा के दौरान सड़क के दोनों किनारों पर लोगो द्वारा पार्थिक शरीर पर पुष्प वर्षा की गई और भारत माता की जय के नारे लगाए गए। मंझली गांव से शमशानघाट तक भारत माता की जय और शहीद प्रीतम सिंह अमर रहे, जब तक सूरज चांद रहेगा प्रीतम तेरा नाम रहेगा के जयकारों से गूंज उठा। अंतिम दर्शनों के बाद घर से अंतिम यात्रा शुरू हुई। मंझली शमशान घाट पर सेना के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर शहीद को अंतिम विदाई दी। शहीद की अंत्येष्टि में उमड़ी भीड़ और माता पिता बोले की शहादत पर गर्व है लेकिन बेटे की कमी खलती रहेगी। हटली के सरपंच ने बताया कि प्रीतम सिंह को सेना में भर्ती हुए अभी लगभग चार वर्ष ही हुए थे और वह चार माह पूर्व अपने बड़े भाई की शादी के दौरान घर आए हुए थे। उन्होंने बताया कि मंगलवार देर रात घटना की जानकारी परिवार को मिली थी। इसके बाद पूरे गांव में मातम छा गया। उन्होंने बताया कि प्रीतम के परिवार में माता-पिता और एक बड़ा भाई है।

हिन्दुस्थान/समाचार/सचिन//बलवान

   

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