33वां पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव बुधवार से

जोधपुर 23 जनवरी (हि.स.)। जिला प्रशासन, जिला उद्योग केंद्र, उद्योग प्रोत्साहन संस्थान एवं लघु उद्योग भारती के संयुक्त तत्वावधान में बारह दिवसीय 33वां पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव 2024 रावण का चबूतरा मैदान में 24 जनवरी से प्रारंभ होगा। इस मेले का उद्घाटन मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा व केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत करेंगे। इस बार हस्तशिल्प उत्सव कई स्वरूप में भव्य और विशाल होगा और मेले को आकर्षक बनाने के लिए कई नवाचार किए गए हैं।

मेले की नोडल एजेंसी लघु उद्योग भारती के जोधपुर प्रांत अध्यक्ष एवं मेला समन्वयक महावीर चोपड़ा ने बताया कि इस बार पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव पूरा भारतीय संस्कृति और राममय थीम पर आधारित होगा। मेले में आम जन को आकर्षित करने के लिए कई नवाचार किया जा रहे हैं। मेले का सेंट्रल पंडाल हर किसी के लिए आकर्षण का केंद्र होगा। इस बार का सेंट्रल पंडाल विविधताओं से भरा होगा, जहां मेले के जोधपुर के प्रमुख उद्योगों की झांकी सजाई जाएगी तो वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की विभिन्न योजनाओं की झांकी भी मेले में प्रदर्शित की जाएगी। इस सेंट्रल पंडाल में विश्वकर्मा मार्केट तैयार किया जाएगा जिसमें प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के प्रमुख 18 लाभार्थी वर्ग की प्रतिकृतियां स्थापित होगी। पांडाल में जोधपुर पवेलियन भी तैयार किया जाएगा जिसमें जोधपुर के प्रमुख उद्योग हैंडीक्राफ्ट उद्योग, स्टील उद्योग, पत्थर उद्योग, कपड़ा उद्योग, इंजीनियरिंग उद्योग और गवार गम में अन्य फूड से संबंधित उत्पादों का प्रदर्शन किया जाएगा।

इसी सेंट्रल पंडाल में मोदी सरकार की पिछले 10 साल की उपलब्धियां के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। सेंट्रल पांडाल में लगने वाला वैक्स म्यूजियम इस बार मेले का सबसे प्रमुख आकर्षण का केंद्र होगा। वैक्स म्यूजियम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा सहित कई प्रसिद्ध हस्तियों के मॉम के स्टैचू लगाए जाएंगे।

मेले में आने वाले लोग पहली बार वैक्स म्यूजियम का आनंद उठा सकेंगे और इन प्रसिद्ध हस्तियों की वैक्स प्रतिमा के साथ सेल्फी भी खिंचवाई जा सकेगी। सेंट्रल पंडाल में इस बार करीब 10 फीट ऊंची राम श्री राम की प्रतिमा भी हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करेगी।

फूड कोर्ट में सजेगी 30 से अधिक स्टॉल्स

यहां मेले में आने वाले बेहतरीन क्वालिटी और हाइजीन के साथ आमजन स्वादिष्ट फूड आइटम का लुफ्त उठा सकेंगे। मेले में आने वाले लोगों को बेहतर क्वालिटी और शुद्धता के साथ खाद्य पदार्थ उपलब्ध करवाने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। पहली बार फूड कोर्ट में 30 से अधिक स्टॉल्स लगाई जाएगी, जिसमें विभिन्न प्रकार के फूड आइटम महज लागत मूल्य पर उपलब्ध होंगे।

मेले में तैयार किए गए फूड कोर्ट में साउथ इंडियन और नॉर्थ इंडियन दोनों प्रकार के आइटम उपलब्ध रहेंगे। साउथ इंडियन में मुख्य रूप से डोसा, इडली, उतपम जैसी वैरायटी होगी तो वही नॉर्थ इंडियन में बड़ा पाव, पाव भाजी, बर्गर, दाबेली की स्टॉल्स लगाई जाएगी।

दस दिनों तक होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम

हस्तशिल्प उत्सव में इस बार आमजन के आकर्षण के लिए प्रत्येक शाम को सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए कई प्रतिभावान कलाकारों को आमंत्रित किया है। सांस्कृतिक संध्या के सभी कार्यक्रम भारतीय सभ्यता और संस्कृति से ओत प्रोत होंगे। मेले में भक्ति, संगीत, फैशन शो, कवि सम्मेलन और म्यूजिकल बैंड जैसे कार्यक्रम आयोजित होंगे। चार फरवरी को आईएनआईएफडी की ओर से फैशन शो का आयोजन होगा जो पूर्णत: भारतीय संस्कृति पर आधारित होगा जिसमें भारतीय परिधानों में मॉडल रैंप पर उतरेगी और विभिन्न डिजाइनर के परिधान प्रदर्शित करेगी।

महिलाओं व बच्चों के लिए होगी प्रतियोगिताएं

हस्तशिल्प उत्सव में इस बार महिलाओं और बच्चों के लिए प्रतिदिन विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा। मेले में आर्टिजंस के लिए कई आकर्षक प्रावधान किए गए हैं, वहीं मेले में आने वाले महिलाओं और बच्चों के लिए कई प्रतियोगिताओं के आयोजन करने का निर्णय लिया गया है। आयोजन के दौरान 25 जनवरी से 3 फरवरी तक प्रतिदिन दोपहर 2 से 5 बजे के बीच महिलाओं और बच्चों के लिए विभिन्न रोचक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। इस बार की सभी प्रतियोगिताएं भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत होगी। प्रत्येक प्रतियोगिता के प्रथम तीन विजेताओं को मेला आयोजन समिति की ओर से पुरस्कृत भी किया जाएगा।

कबाड़ से बनी 58 फीट लंबी तोप होगी प्रदर्शित

हस्तशिल्प उत्सव में कबाड़ से बनी 58 फीट लंबी तोप भी प्रदर्शित होगी। तोप निर्माता स्क्रैप व्यापारी मोहम्मद रफीक कारवां ने बताया कि मेले में इस बार 58 फीट लम्बी तोप का प्रदर्शन किया जाएगा। इस तोप को बनाने में आयरन स्क्रैप मेटेरियल, पुराने ड्रम, पाइप, एंगल, पुराने वाहनों के पुर्जे, चैन, बियरिंग, मोटर पार्ट्स का उपयोग किया गया है। इस तोप को बनाने में करीब तीन महीने का समय लगा। इस तोप के चक्कों की ऊंचाई 12 फीट, तोप की लंबाई 58 फीट और चौड़ाई साढ़े 15 फीट है। वहीं तोप का वजन लगभग 4250 किलो है। ये तोप फोल्डेबल है और इसे खोलकर अलग-अलग हिस्सों में बांटा जा सकता है।

हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/ईश्वर

   

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