जोशीमठ के मूल निवासियों को राजस्व ग्राम गौंख में भी बसाया जा सकता है, आपदा सचिव को भेजा ज्ञापन

जोशीमठ, 27 जनवरी (हि.स.)। गौंख विकास संघर्ष समिति ने आपदा प्रबंधन सचिव को ज्ञापन भेजकर जोशीमठ नगर से दो किमी की दूरी पर स्थित राजस्व ग्राम गौंख में जोशीमठ नगर के अधिकांश प्रभावित मूल निवासियों को विस्थापित करने की बात कही है।

ज्ञापन में कहा गया है कि वैज्ञानिकों की रिपोर्ट में जोशीमठ नगर पालिका के अधिकांश क्षेत्रों को भू धंसाव प्रभावित क्षेत्र में दर्शाया गया है। राजस्व ग्राम गौंख में जोशीमठ के स्थानीय निवासियों की भूमि है और काफी बड़ा क्षेत्र राजस्व भूमि का भी है।

यदि इस गांव में सड़क, पानी, बिजली व अन्य मूलभूत सुविधाओं का विकास करते हुए नगर पालिका जोशीमठ में सम्मलित किया जाये तो यहां भी जोशीमठ नगर के प्रभावित मूल निवासियों को विस्थापित किया जा सकता है।

ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि सरकार के प्रस्तावित बमोथ गांव गौचर यहां के स्थानीय मूल निवासी इसलिए भी नहीं जाना चाहेंगे कि उनकी प्रभावित भूमि के अलावा आसपास अन्य काश्तकारी भूमि भी है, गौंख में विस्थापित होने से काश्तकारी के लिए आवाजाही भी कर सकते हैं।

ज्ञापन में यथाशीघ्र राजस्व ग्राम गौंख का सर्वेक्षण कर प्रभावितों के हित में उचित निर्णय लेने का आग्रह किया है। ज्ञापन पर गौंख विकास समिति के अध्यक्ष अनिल नंबूरी, सचिव भरत बिष्ट के अलावा जितेंद्र बिष्ट, आनन्द पंवार, संदीप बिष्ट, देवेन्द्र पंवार व संग्राम सिंह बिष्ट आदि के हस्ताक्षर हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/प्रकाश कपरूवाण /रामानुज

   

सम्बंधित खबर