बलिया : सामूहिक विवाह में फर्जीवाड़ा, आवेदकों व सत्यापन करने वालों पर होगी एफआईआर

- मनियर में सामूहिक विवाह में 568 जोड़ों की हुई थी शादी

बलिया, 30 जनवरी (हि.स.)। जनपद के विकास खण्ड मनियर में बीती 25 जनवरी को हुए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में फर्जी दूल्हे और दुल्हनों का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। शुरुआती जांच में कई जोड़ों की शादी फर्जी मिलने पर जिलाधिकारी ने कड़े तेवर अपनाते हुए ऐसे फर्जी आवेदकों और उनका सत्यापन करने वालों पर प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।

मनियर इंटर कालेज के मैदान में बीते दिनों 25 जनवरी को धूमधाम से 568 जोड़ों का विवाह संपन्न हुआ था। इसमें आरोप लगा कि विवाह में 90 प्रतिशत फर्जीवाड़ा हुआ है। इस सामूहिक विवाह को लेकर तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार जनपद में गर्म हो गया। आरोप लगाए जा रहे हैं कि सामूहिक विवाह समारोह में कुछ गांवों के ऐसे परिवार की महिलाओं को भी इस योजना से लाभान्वित किया गया है, जिन महिलाओं की शादी कई वर्ष पूर्व हो चुकी है। इस योजना के तहत विवाह करने वाली कई महिलाओं के तो बच्चे भी बताए जा रहे हैं। कई जोड़ों में दूल्हे बाहर से बैठाए गए जो गमछे व मास्क से मुंह ढक कर शादी कर रहे थे। सोशल मीडिया पर इस सामूहिक विवाह के फर्जीवाड़े के किस्से आम हो गए तो जिला प्रशासन सन्न रह गया।

जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने मंगलवार को बताया कि सामूहिक विवाह में फर्जी दूल्हे और दुल्हन के मामले की जांच, कमेटियां बनाकर कर कराई जा रही है। दोषी पाए जाने पर कोई भी कर्मचारी बख्शा नहीं जाएगा। उधर, सीडीओ ओजस्वी राज ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में जानकारी दी कि फर्जी आवेदकों और ऐसे लोगों का सत्यापन करने वाले कर्मचारियों पर एफआईआर के निर्देश दिए गए हैं। सोमवार को तीन कमेटियों ने करीब 25 जोड़ों की जांच की। जिसमें अभी तक आठ शादियां फर्जी पायी गई हैं। जिसके बाद मंगलवार को बीस अधिकारियों की एक और कमेटी बनाई गई है जो सभी जोड़ों के घर जाकर गहराई से जांच में जुटी है। अधिकारियों ने कहा कि दोषी बख्शे नहीं जायेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/एन पंकज/मोहित

   

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