वर्षों से एसपी का रीडर बने सिपाही को डीआईजी ने किया निलंबित

अररिया फोटो:निलंबित विकास कुमार की फाइल फोटोअररिया फोटो:निलंबित विकास कुमार की फाइल फोटोअररिया फोटो:निलंबित विकास कुमार की फाइल फोटोअररिया फोटो:निलंबित विकास कुमार की फाइल फोटोअररिया फोटो:निलंबित विकास कुमार की फाइल फोटो

अररिया, 30 जनवरी(हि.स.)। पुलिस मुख्यालय समेत आईजी और डीआईजी के आदेश को धत्ता बताकर वर्षों से अररिया में जमे सिपाही विकास कुमार को पूर्णिया प्रक्षेत्र के उप महानिरीक्षक विकास कुमार ने निलंबित कर दिया है।सिपाही विकास कुमार एसपी का रीडर बनकर वर्षों से अररिया जिला पुलिस कार्यालय में क्राइम रीडर के रूप में कार्य कर रहे थे।जिनकी लगातार शिकायते वरीय अधिकारियों को की गई।

स्वयं अररिया सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने डीजीपी आर.एस. भट्टी से मिलकर सिपाही के इशारे पर एसपी के कार्य करने की शिकायत की थी।जिसके बाद एमपी ने तत्कालीन पूर्णिया के आईजी सुरेश चौधरी और वर्तमान डीआईजी विकास कुमार से भी शिकायत की और बताया था कि भागलपुर के रहने वाले सिपाही संख्या 418 विकास कुमार वर्षों से अररिया जिला में पदस्थापित हैं और सिपाही होकर एसपी का क्राइम रीडर बनकर वसूली के धंधे में लगे रहते हैं।जिस पर पूर्णिया प्रक्षेत्र के उप महानिरीक्षक विकास कुमार ने संज्ञान लेते हुए उसे निलंबित कर दिया।जिसके बाद तत्कालीन एसपी अशोक कुमार सिंह भी जाते जाते सिपाही विकास कुमार को अररिया जिला से विरमित कर दिया।

विकास कुमार पर जिला पुलिस कार्यालय में एसपी क्राइम रीडर बनकर एसपी के नाम से वसूली करने का आरोप दर्जनों बार लगा।पिछले दिनों जब एडीबी चौक स्थित एक्सिस बैंक लूटकांड हुई तो सांसद ने जिला पुलिस की कारगुजारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था और इसकी शिकायत डीआईजी पूर्णिया से भी की थी।इसके अलावे दर्जनों लोगों ने वसूली की शिकायत वरीय पुलिस अधिकारियों से कर चुके हैं।कहा जाता है कि अररिया एसपी के सारे गोरख कार्यों का संचालन इसके माध्यम से होता था और इसका नाजायज फायदा भी उठा रहे थे।

हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/चंदा

   

सम्बंधित खबर