टियक के वीर लाचित मैदाम में मनाया गया मे-डाम-मे-फी उत्सव

जोरहाट (असम), 31 जनवरी (हि.स.)। राज्य में आहोम जनजाति का प्रमुख उत्सव मे-डाम-मे-फी दिवस बुधवार को मनाया जा रहा है। ताई आहोम लोग आज इस विशेष दिन पर अपने पूर्वजों को याद करते हैं। राज्य के अन्य हिस्सों के साथ-साथ जोरहाट जिला के टियक के होलोंगपार स्थित वीर लाचित मैदाम में भी मे-डाम-मे-फी उत्सव मनाया जा रहा है। मे-डाम-मे-फी के अवसर पर बुधवार सुबह वीर लाचित मैदाम में ताई आहोम समाज के लोगों ने रीति-रिवाजों के साथ पूजा-अर्चना करते हुए अपने पूर्वजों को याद किया।

दरअसल, होलोंगापार के इस लाचित बोरफुकन मैदाम परिसर में असम सरकार वीर लाचित की उपलब्धियों को वैश्विक स्तर तक पहुंचाने के उद्देश्य से करीब डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से लाचित परियोजना को क्रियान्वित कर रही है और वीर लाचित की ऊंची प्रतिमा सहित प्रथम चरण का कार्य लगभग पूरा होने वाला है। इसलिए इस बार लाचित मैदाम संरक्षण समिति सिर्फ अध्यात्म की रक्षा के उद्देश्य से मे-डाम-मे-फी मना रही है। साथ ही लाचित परियोजना के निर्माण के लिए उठाए गए इस कदम के लिए सरकार को धन्यवाद देते हुए, देश के प्रधानमंत्री से यह उम्मीद जताई कि जल्द से जल्द शेष कार्य पूरा करने के के लिए वे मुख्यमंत्री का सहयोग करेंगे, जिससे परियोजना को लोगों के खोला जा सके। ज्ञात हो कि आज राजधानी गुवाहाटी समेत राज्य के विभिन्न हिस्सों में भी मे-डाम-मे-फी उत्सव मनाया जा रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार/ अरविंद/सुनील

   

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