तेंदुए के हमले से बहू को बचा लाई बुजुर्ग सास

झुंझुनू, 31 जनवरी (हि.स.)। राजस्थान में झुंझुनू जिले के खेतड़ी स्थित खरकड़ा गांव में एक 62 साल की बुजुर्ग सास ने अपनी हिम्मत और सूझबूझ से अपनी बहू को तेंदुए से बचा लिया। घात लगाकर झाड़ियों के बीच बैठे तेंदुए ( लेपर्ड) ने अचानक बहू पर हमला बोल दिया। उसके पीछे-पीछे चल रही सास बिल्कुल नहीं घबराई। उसने पत्थर उठाए और तेंदुए के ऊपर फेंकने लगी। साथ में वह जोर-जोर से चिल्ला भी रही थी। एक पत्थर तेंदुए के मुंह पर लगा। इसके बाद तेंदुआ बहू को छोड़कर झाड़ियों की तरफ भाग गया। तेंदुए के हमले में बहू घायल हो गई है। उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।

वन विभाग के रेंजर विजय कुमार फगेड़िया ने बताया कि मंगलवार की शाम करीब साढ़े पांच बजे खरकड़ा की रहने वाली सुमन (29) पत्नी विजय कुमार पर तेंदुए ने हमला किया था। वह अपनी सास कमला देवी (62) और बेटे चेतन (2) के साथ पहाड़ी क्षेत्र में बकरी चराकर लौट रही थीं। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने सुमन को खेतड़ी के राजकीय उप जिला अस्पताल में पहुंचाया।

सुमन ने बताया कि शाम का हल्का-हल्का अंधेरा हो गया था। मैं, मेरी सास और मेरा बेटा बकरियां चराने गए थे। सास ने कहा कि तू नीचे उतर मैं बेटे चेतन को लेकर आ रही हूं। हम कुछ ही कदम चले थे कि झाड़ियों में घात लगाकर बैठे तेंदुए ने मुझ पर झपट्टा मारा। मैं समझ नहीं पाई। वो लगातार पंजों से हमला कर रहा था। इसी दौरान मेरी सास जोर से चिल्लाई और तेंदुए की तरफ पत्थर फेंकने लगी। एक पत्थर जैसे ही उसके मुंह पर लगा वो मुझे छोड़ कर पहाड़ियों की तरफ भाग गया। इसके बाद मैं बेहोश हो गई। उसके बाद का मुझे कुछ याद नहीं। अगर सास नहीं होती तो शायद तेंदुआ मुझे वहीं मार देता।

महिला पर हमले के बाद सूचना वन विभाग को दी गई। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और तेंदुए को ट्रैंकुलाइज करने में जुटी। पहाड़ियों पर तेंदुए की खोजबीन चल रही है। काफी प्रयास के बाद भी टीम को तेंदुए का सुराग नहीं लग पाया है। उसे ट्रैंकुलाइज करने के बाद टीम खेतड़ी बांसियाल रिजर्व कंजर्वेशन में लाकर छोड़ेगी। रेंजर फगेड़िया ने बताया कि तेंदुए के कई स्थानों पर पगमार्क पाए गए हैं। इस पर उसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। जयपुर से एक टीम भी मौके पर बुलाई गई है। खरकड़ा में महिला पर हमला करने के बाद ग्रामीणों में दहशत है। इस दौरान ग्रामीणों ने वन विभाग से जल्द लेपर्ड तेंदुए को पड़कर कंजर्वेशन में छोड़ने की मांग की है।

रेंजर फगेड़िया ने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि यदि किसी भी व्यक्ति को लेपर्ड दिखाई दे तो उसकी सूचना तुरंत विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को दें। बेजुबान जानवर को किसी प्रकार का नुकसान पहुंचाने का प्रयास न करें।

हिन्दुस्थान समाचार/ रमेश सर्राफ/संदीप

   

सम्बंधित खबर