पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश से गिरा पारा, किसानों के चेहरे खिले

मेरठ, 01 फरवरी (हि.स.)। लंबे इंतजार के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश ने बारिश ने दस्तक दे दी है। बुधवार शाम से शुरू हुई बारिश गुरुवार की सुबह तक होती रही। सहारनपुर में कई स्थानों पर ओलावृष्टि भी हुई। बारिश के कारण तापमान गिरने से ठंड भी बढ़ गई। बारिश होने से फसलों को लाभ होने से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं।

इस बार पड़ रही भीषण सर्दी और कोहरे से लोग हलकान हो गए हैं। पक्षिमी विक्षोभ के चलते पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बुधवार की शाम से शुरू हुई बारिश रात भर होती रही। गुरुवार दोपहर तक भी मेरठ, बागपत, मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर, हापुड़ आदि जिलों में बारिश हुई। सहारनपुर के साढोली कदीम गांव में ओलावृष्टि हुई। इसके साथ ही अन्य स्थानों पर भी ओले पड़े। बारिश के कारण मेरठ में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। बारिश के चलते तापमान में कमी के कारण ठंड बढ़ गई। गुरुवार शाम तक आसमान में बादल छाए रहने से लोग सर्दी से कांपने लगे। मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को दिन का अधिकतम तापमान 18.6 डिग्री सेल्सियस और रात का न्यूनतम तापमान 5.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

सर्दी की पहली बारिश होने के कारण फसलों को बहुत लाभ हुआ है। इस कारण किसानों के चेहरे खिल गए हैं। बारिश से गेहूं, सरसों, गन्ना, आलू, चना, मटर, जौ, मूली आदि फसलों को लाभ पहुंचा है। सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक प्रो.आरएस सेंगर के अनुसार, इस बारिश से फसलों को बहुत लाभ हुआ है। इसका सीधा प्रभाव उत्पादन पर पड़ेगा।

कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. यूपी शाही के अनुसार, अगले 24 से 48 घंटे तक बारिश की संभावना बनी हुई है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही है और मैदानी क्षेत्रों मेें बारिश हो रही है।

हिन्दुस्थान समाचार/ डॉ. कुलदीप/सियाराम

   

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