वाराणसी: जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट परिसर के कार्यालयों का किया निरीक्षण

कहा, परिसर में कहीं भी जल जमाव और गंदगी नहीं दिखनी चाहिए

वाराणसी,10 फरवरी (हि.स.)। जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने शनिवार को कलेक्ट्रेट परिसर एवं कार्यालयों का निरीक्षण एडीएम सिटी, एडीएम प्रशासन, सीआरओ, एसीएम द्वितीय के साथ किया। जिलाधिकारी ने अपने कार्यालय के नीचे कोरोना काल में लगी टंकी निष्प्रयोज्य पाये जाने पर उसे हटवाने का निर्देश दिया।

बगल में लगे दो वाटर कूलर की अच्छी तरह सफाई कराने और विधिवत नया चबूतरा बनवा कर उस पर वाटर कूलर रखवाने,पाइप के द्वारा चैम्बर में जोड़वाने का निर्देश नाज़िर को दिया। परिसर की सफाई व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए नियमित सफाई कराने और जगह-जगह पड़े हुए कूड़े को साफ कराने को कहा।

डीएम कार्यालय के पीछे बने यूरिनल/शौचालय को तोड़ कर स्मार्ट यूरिनल व शौचालय बनवाने के लिए निर्देशित किया। तब तक इस शौचालय को दिन में हर घंटे साफ कराने को कहा। कलेक्ट्रेट भवन के चारों ओर बरामदे में लगायी गयी मेज और कुर्सियां तत्काल हटवा कर खाली कराने का निर्देश दिया। इसके अलावा उन्होंने विभिन्न शेड और रास्तों के किनारे रखी गुमटियों का सत्यापन कराने, जिला पंचायत गेट के पास एक नया गेट लगवाने और गार्ड रूम बनवाने का निर्देश भी दिया।

कलेक्ट्रेट भवन के पास लोहे की पाइप व आयरन शीट रखा देख कर उन्होंने पूछा ये किसकी अनुमति से परिसर में लाया गया। आगे बढ़े तो नयी चौकी रखा देख कर होमगार्ड कम्पनी कमान्डर को बुलवाया। उनसे सवाल किया कि परिसर में सुरक्षा की जिम्मेदारी आपकी है तो किसी के द्वारा कोई वस्तु परिसर के अन्दर बिना अनुमति कैसे लायी गयी। अभिलेखागार के निरीक्षण के दौरान आरईएस के द्वारा भवन रिपेयर किये जाने और फर्श को अधूरा छोड़ने पर सम्बन्धित अभियंता को तत्काल पूरा कराने का निर्देश दिया।

अभिलेखागार में नकल रजिस्टर मंगा कर देखा तो कुछ लोगों को नकल अगले ही दिन दे दिया गया दर्ज किया गया था। लेकिन कुछ मामले ऐसे दर्ज़ थे जिन्हें 15 दिन बाद या दिया ही नहीं गया था। इसके बारे में पूछा तो जवाब नहीं मिला तो सम्बन्धित को स्पष्टीकरण देने तथा एसीएम द्वितीय को जांच करने का निर्देश दिया।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/मोहित

   

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