तृणमूल से बहिष्कृत होने के कुछ ही घंटों के भीतर गिरफ्तार उत्तम सरदार

तृणमूल से बहिष्कृत होने के कुछ ही घंटों के भीतर गिरफ्तार उत्तम सरदार

कोलकाता, 11 फरवरी (हि.स.)। शुक्रवार सुबह ही संदेशखाली के विवादास्पद तृणमूल नेता उत्तम सरदार को पार्टी से छह साल के लिए निलंबित किया गया और रात होते-होते उनके गिरफ्तारी की खबर आ गई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार संदेशखाली थाने की पुलिस ने शनिवार को उत्तम सरदार को गिरफ्तार कर लिया। उत्तर सरदार की गिरफ्तारी के बाद विपक्ष ने सवाल उठाना शुरू कर दिया है कि क्या उत्तम इतने दिनों तक पुलिस सुरक्षा में था ? यह गिरफ़्तारी इसलिए हुई क्योंकि सुबह तृणमूल ने उन्हें निलंबित कर दिया ? यह सवाल भी उठ रहा है कि शेख शाहजहां और शिबू हाजरा अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर क्यों हैं। उत्तम सरदार जिला परिषद का सदस्य है। उसके खिलाफ संदेशखाली थाने में दो शिकायतें दर्ज हैं।

दरअसल, रेड रोड स्थित धरनामंच से राज्य के मंत्री पार्थ भौमिक ने शनिवार को कहा था कि तृणमूल के अखिल भारतीय महासचिव सांसद अभिषेक बनर्जी ने ममता बनर्जी के निर्देश पर संदेशखाली मामले को लेकर एक जांच समिति का गठन किया था। इस समिति में तीन मंत्रियों और जिला परिषद के अध्यक्ष को रखा गया है जिसमें उत्तर 24 परगना जिला परिषद के अध्यक्ष विधायक नारायण गोस्वामी, मंत्री ब्रत्य बोस, मंत्री सुजीत बोस और मंत्री रथिन घोष शामिल थे।

पार्थ ने कहा कि समिति के सदस्यों को लोगों से बात करने और रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया था। शनिवार को समिति की रिपोर्ट पार्टी के पास पहुंची। इसके बाद पार्टी ने उत्तम सरदार को निलंबित करने का फैसला किया। संदेशखाली में गड़बड़ी को लेकर उत्तम सरदार के खिलाफ आरोप लगे थे। विकास सिंह नाम के एक अन्य व्यक्ति पर भी आरोप लगे थे। दोनों को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। हिन्दुस्थान समाचार /धनंजय /गंगा

   

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