राज्यपाल ने पुस्तक 'बियॉन्ड पॉलीएंड्री-चेंजिंग प्रोफाइल ऑफ एन एथनिक हिमालयन ट्राइब' का किया विमोचन

देहरादून, 16 फरवरी (हि.स.)। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने शुक्रवार को राजभवन में भारतीय तट रक्षक के पूर्व अतिरिक्त महानिदेशक डॉ. कृपा नौटियाल की ओर से लिखित पुस्तक ’बियॉन्ड पॉलीएंड्री-चेंजिंग प्रोफाइल ऑफ एन एथनिक हिमालयन ट्राइब’ का विमोचन किया।

इस मौके पर राज्यपाल ने कहा कि सांस्कृतिक पहचान किसी भी देश या क्षेत्र के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण आवश्यकता है। हमें अपनी पहचान जिंदा रखने के लिए अपनी जड़ों से जुड़ाव रखना चाहिए। जौनसारी समुदाय ने हमें सिखाया है कि किस प्रकार हमें अपनी संस्कृति और सभ्यता का संरक्षण कर अपनी जड़ों से जुड़े रहना चाहिए। यह समुदाय हमें इस बात को सिखाता है कि हमें अपनी संस्कृति और विरासत पर गर्व करना चाहिए। जौनसार-बावर की अपनी विशेष मान्यताओं और परम्पराओं के कारण एक विशेष सांस्कृतिक पहचान है।

राज्यपाल ने लेखक को जनजाति समुदाय द्वारा देखे जा रहे विभिन्न सामाजिक-सांस्कृतिक परिवर्तनों पर एक अच्छी तरह से शोध की गई पुस्तक लाकर जौनसार बावर समुदाय के लिए किए गए उत्कृष्ट कार्य के लिए बधाई दी।

लेखक की ओर से इस पुस्तक में जौनसारी जनजाति समुदाय की संस्कृति और सभ्यता, रीति-रिवाजों, जाति व्यवस्था, विवाह और त्योहारों की विशिष्टता, अर्थव्यवस्था, भाषाई स्थिति, और सामाजिक-सांस्कृतिक परिवर्तनों की उत्पत्ति के बारे में जानकारी प्रदान की गई है।

लेखक डॉ. कृपा नौटियाल ने बताया कि इस पुस्तक के माध्यम से उन्होंने वहीं के मूल निवासी शोधकर्ता के रूप में पहली बार बहुपति प्रथा से परे के क्षेत्र को कवर करने और इस खूबसूरत और बदलती जौनसार बावर संस्कृति की सबसे गहरी परत तक पहुंचने का प्रयास किया है।

पुस्तक के विमोचन के बाद, विशेषज्ञों द्वारा एक पैनल चर्चा की गई, जिसमें विधायक मुन्ना सिंह चौहान, उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव नृप सिंह नपलच्याल, दून विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के प्रमुख प्रो. राजेंद्र प्रसाद मंमगाई शामिल थे।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश/वीरेन्द्र

   

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