माता शक्ति और महोत्सव नरसिंह जी महाराज मंदिर बनी की कमेटी का गठन, एसडीएम बनी होंगे चयरमेन

पिछले दिनों चल रहे नरसिंह जी महाराज मंदिर के विवाद के चलते जिला उपयुक्त कठुआ ने महोत्सव  नरसिंह  मंदिर कमेटी के गठन के साथ-साथ माता शक्ति बनी की कमेटी कभी गठन कर दिया है  जबकि दोनों कमेटियों के चयरमेन एसडीएम बनी होंगे! जिला उपायुक्त कठुआ राकेश मिन्हास ने उपरोक्त कमेटियों को दिशा निर्देश का पालन करने के लिए भी नीति निर्धारित की है!
 जिला उपायुक्त कठुआ की दिशा निर्देश के अनुसार उपरोक्त तो दोनों मंदिरों की कमेटी इस प्रकार होगी जबकि एसडीएम बनी चेयरमेन होंगे और सदस्य तहसीलदार,कार्यकारी अभियंता पीडब्ल्यूडी, टीओ,सीडीपीओ, टीएसओ,थाना प्रभारी वा महेंद्र पाल पुत्र हेमराज,सगुम शर्मा पुत्र इकबाल  कृष्णा,आशीष सोंधी पुत्र स्वर्गीय बिल्ला शाह,लेखराज पादा पुत्र स्वर्गीय दीवान चंद, रोहित कुमार  पुत्र काकाराम, वृंदावन पुत्र दीनू सिती, सेवानिवृत्ति जेड ईओ मिल्की राम दुलंगल होंगे जबकि शक्ति माता की कमेटी में लेखराज पादा सदस्य नहीं होंगे! लिखित आदेश में जिला उपायुक्त निर्देश दिए हैं कि उपरोक्त दोनों मंदिरों की कमेटी को किसी भी नेस सदस्यों को रखने जा निकलना होगा उसका निर्णय जिला उपायुक्त कठुआ करेंगे, मंदिर का रखवाव और अकाउंट की देखरेख दोनों मंदिरों की कमेटी करेगी, पुरानी बैंक खाते को बंद करके ने खाते को खोलना  होगा उसकी लेनदेन की रिपोर्ट एसडीएम कार्यालय में जमा करवानी होगी और साथ-साथ अकाउंट का साल के आखिर में ऑडिट भी होगा, उपरोक्त कमेटी ने अगर बैठक करवानी होगी तो उसके तीन दिन पहले  सभी सदस्यों को सूचित करना होगा जबकि कमेटी फोन और व्हाट्सएप द्वारा सूचित कर सकती है, बैठक में निर्णय पारित करने के लिए 50 प्रतिशत वोटिंग होनी चाहिए इसके साथ-साथ अगर 3 महीने लगातार कमेटी बैठक करने के असमर्थ रहती है  तब जिला उपयुक्त कठुआ अपना निर्णय लेंगे, इसके साथ-साथ जो भी विकास कार्य के लिए निर्णय लिया जाएगा इसका लेखा-जोखा कमेटी को उपरोक्त मंदिरों में बोर्ड लगाकर पारदर्शी करना होगा जिससे लोगों को पता चल सके, जिला उपायुक्त के निर्णय के अनुसार कमेटी अगर मंदिर के विकास के लिए एक लाख तक कार्य  के लिए निर्णय ले सकती है जबकि एक लाख से 10 लाख रुपए कार्य के लिए कमेटी को चेयरमेन से सहमति लेनी होगी अगर 10 लाख से ऊपर का विकास कार्य होगा उसके लिए जिला उपयुक्त कठुआ से अनुमति लेनी होगी इसके साथ-साथ उपरोक्त मंदिरों के विकास कार्य
 ग्रामीण विकास विभाग के कार्यकारी अभियंता करवाएंगे!

   

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