रक्त कैंसर से पीड़ित 98 वर्षीय बुजुर्ग का सफल उपचार

जम्मू, 17 फ़रवरी (हि.स.) । एक उल्लेखनीय चिकित्सा उपलब्धि में गर्दन के फीमर फ्रैक्चर और नव निदान बी सेल क्रोनिक लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया (रक्त कैंसर) से पीड़ित एक 98 वर्षीय अनुभवी अधिकारी का 166 सैन्य अस्पताल, जम्मू में सफलतापूर्वक इलाज किया गया है। अतिरिक्त स्वास्थ्य चुनौतियों से जूझ रहे इस अनुभवी खिलाड़ी को 10 फरवरी को गिरने के कारण फ्रैक्चर हो गया। मूल्यांकन करने पर यह पता चला कि उन्हें अस्थि मज्जा की भी क्षति थी जो क्रोनिक रक्त कैंसर का संकेत है। दर्द को कम करने और गतिशीलता को बढ़ावा देने के लिए फ्रैक्चर स्थिरीकरण की आवश्यकता को पहचानते हुए आर्मी अस्पताल में हेमेटोलॉजिस्ट द्वारा तुरंत सर्जरी की सलाह दी गई।

इंटरटैन नेल के साथ क्लोज्ड रिडक्शन और इंटरनल फिक्सेशन से जुड़ी सर्जरी, उच्च जोखिम वाली सहमति के साथ सामान्य एनेस्थीसिया के तहत 12 फरवरी को हुई। ऑपरेशन के तीसरे दिन मरीज को 166 मिलिट्री हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई है। अब उन्हें हेमाटो ऑन्कोलॉजिस्ट द्वारा बी सेल क्रोनिक लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया के आगे के मूल्यांकन और प्रबंधन के लिए एक सूचीबद्ध केंद्र में भेजा गया है।

हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान

   

सम्बंधित खबर