बस रवानगी से पहले चालक परिचालक का होगा टेस्ट

झुंझुनू, 18 फ़रवरी (हि.स.)। दुर्घटनाओं को रोकने व यात्रियों की सुरक्षा को लेकर अब राजस्थान में रोडवेज बसों में सख्ती की जाएगी। बस चलने से पहले बस के चालक व परिचालक का टेस्ट करवाना होगा। अगर नशे में मिले तो ड्यूटी पर नहीं भेजा जाएगा। इस संबंध में कार्यकारी निदेशक यांत्रिक ने सख्त निर्देश दिए। जानकारों का कहना है कि आए दिन हो रहे हादसों को देखते हुए ये कदम उठाए गए है। आदेश में चालकों व परिचालकों को बस रवानगी से पहले ब्रेथ ऐनेलाइजर टेस्ट करवाना होगा। जांच में कार्मिक के नशे में मिलने पर उसे वाहन के साथ नहीं भेजा जाएगा। साथ ही अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा 50 साल से अधिक उम्र के चालकों के लिए साल में दो बार नेत्र व शारीरिक जांच करवाना भी जरूरी होगी।

निर्देश में रोडवेज चालक के लिए सीट बेल्ट लगाना अनिवार्य किया है। उड़नदस्ते की जांच के दौरान अगर चालक सीट बेल्ट पहने नहीं मिला तो कार्रवाई की जाएगी। देखने में आता है कि रोडवेज बसों में अधिकतर चालक सीट बेल्ट का इस्तेमाल नहीं करते है। अब सीट बेल्ट भी लगाना होगा। इसके अलावा बस संचालन के दौरान चालक मोबाइल का उपयोग नही करेगा। साथ ही टेप रिकार्डर व रेडियो पर पाबंदी लगाई गई है। वही बिना फिटनेस के किसी भी बस का संचालन नहीं करने के भी निर्देश दिए गए है। झुंझुनू डिपो के मुख्य प्रबंधक राकेश गढ़वाल ने बताया कि मुख्यालय से निर्देश मिलते ही निर्देशों की पालना शुरू कर दी गयी है।

हिन्दुस्थान समाचार/ रमेश सर्राफ/ईश्वर

   

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