जयपुर में हुआ संतो का महासंगम

जयपुर, 18 फरवरी (हि.स.)। अयोध्या धाम में रामजन्म भूमि आंदोलन के प्रणेता रहे ब्रह्मकालीन राष्ट्र संत आचार्य स्वामी धर्मेंद्र महाराज की स्मृति में सात दिवसीय धर्मोत्सव की शुरूआत छोटी काशी कहे जाने वाली नगरी जयपुर से रविवार को हो गई। धर्मोत्सव की शुरूआत जवाहर नगर में स्थित माहेश्वरी पब्लिक स्कूल के तक्षशिला सभागार से हुई ,जिसमें देश–विदेश के संत एकत्रित हुए और मधुरा काशी के लिए आगे की रणनिति तैयार की।

धर्मोउत्सव में देश-विदेश के आए संतों ने श्री कृष्ण जन्म स्थान मथुरा और काशी विश्वनाथ मंदिर को लेकर आने वाले समय क्या–क्या रणनीति बनाई जाए इसके लिए व्यापक विचार विमर्श किए। संत सम्मेलन में स्वामी ब्रह्म सानंद महाराज को प्रथम आचार्य स्वामी धर्मेंद्र महाराज के स्मृति सम्मान से विभूषित किया गया। गौरतलब है कि गोवा के स्वामी को 2022 में केंद्र सरकार ने पद्मश्री से सम्मानित किया था।

श्री धर्म फाउंडेशन ट्रस्ट पावन धाम और माहेश्वरी समाज की ओर से रविवार को श्री पंचखण्ड पीठाधीश्वर आचार्य स्वामी सोमेंद्र महाराज के सानिध्य में धर्मोत्सव समारोह देश-विदेश के संतों के साथ मनाया।

श्री धर्म फाउंडेशन ट्रस्ट के अध्यक्ष सुधीर जैन गोधा ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राम जन्म भूमि तीर्थ ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामली गोविंद गिरी ,अध्यक्षता रामजन्म भूमि तीर्थ के अध्यक्ष महेंद्र स्वामी नृत्य गोपाला दास के उत्तराधिकारी महामंडलेश्वर स्वामी कमलनयनदास महाराज ने की।

सम्मेलन के विशिष्ट अतिथि विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार अतिथि विशिष्ट गोवा के श्रीदत पद्राभ पीठाधीश्वर स्वामी बह्मेश्नानदचार्य महाराज रेवासा धाम के स्वामी राघवाचार्य महाराज त्रिवेणी धाम के स्वामी राम तीर्थ पल दास महाराज शामिल हुए।वहीं अमेरिका के स्वामी बह्म नंद सरस्वती महाराज, स्पेन से स्वामी उमेश योगी महाराज कैलिफोर्निया से स्वामी स्वालामंद महाराज इंग्लैड से, राज रामेश्वर गुरूजी महाराज और अनेक संत महात्मा आचार्य महा मंडलेश्वर ने इस धर्मोत्सव में शामिल हुए।

हिंदुस्तान समाचार/ दिनेश सैनी/ईश्वर

   

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