डब्ल्यूटीओ की बैठक से पहले स्वदेशी जागरण मंच ने की 10 सूत्री मांग

कोलकाता, 23 फरवरी (हि.स.)। विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के 13वें मंत्री स्तरीय सम्मेलन के आयोजन से पहले स्वदेशी जागरण मंच ने 10 सूत्रीय मांगू वाला एक प्रस्ताव पारित किया है। यूनाइटेड अरब अमीरात के अबू धाबी में 26 से 29 नवंबर के बीच आयोजित होने वाले डबल्यूटीओ के कार्यक्रम में दुनिया भर के 164 देश के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इसमें भारत का प्रतिनिधित्व केंद्रीय उद्योग मंत्री पीयूष गोयल करने वाले हैं। इसके पहले स्वदेशी जागरण मंच ने 10 सूत्रीय मांगों का प्रस्ताव दिया है। इसमें मांग की गई है कि कृषि प्रधान भारत में गरीबों को भोजन के अधिकार की बहाली बरकरार रखनी चाहिए। इसके अलावा मत्स्य पालन के लिए सब्सिडी भी जारी रहनी चाहिए। पर्यावरण के नाम पर कार्बन टैक्स की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। सर्विस सेक्टर के लोगों को दुनिया भर में आवाजाही और कारोबार के लिए वीजा नियमों को सरल बनाए जाने पर जोर दिया जाना चाहिए। इसके अलावा दार्जिलिंग चाय और वाइन तथा स्प्रिट को जीआई टैग हासिल करने पर भी जोर दिया जाना चाहिए। साथ ही जीवन रक्षक दवाइयां का वैश्विक आयात-निर्यात सरल करने, पारंपरिक ज्ञान और जैविक संसाधनों को बढ़ावा देने पर जोर दिए जाने की मांग स्वदेशी जागरण मंच ने की है। विदेशी निवेश में चीन के गलत और दुर्भावना पूर्ण इरादे को नाकाम करने के लिए कदम उठाने और सीमा शुल्क में कटौती की मांग संगठन की ओर से की गई है।

कोलकाता में आयोजित हुए इस परिचर्चा सत्र में स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सहसंयोजक डॉक्टर धनपत राम अग्रवाल ने कहा कि ये तमाम मांगे केंद्र सरकार को भेजे जा रहे हैं। कार्यक्रम में श्री बड़ा बाजार कुमार सभा पुस्तकालय के कई प्रतिनिधि उपस्थित थे। हिन्दुस्थान समाचार / ओम प्रकाश /गंगा

   

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