गोहत्या बन्द करने के लिए 10 मार्च को 10 मिनट के लिए भारत बंद में करें भागीदारी : स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद

वाराणसी, 26 फरवरी (हि.स.)। ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती ने देश में गोहत्या बंद करने के लिए आगामी दस मार्च को सिर्फ दस मिनट के लिए भारत बंद का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि 10 मार्च को पूर्वाह्न 10:10 बजे तक सिर्फ बंदी में शामिल लोग अपने-अपने घर, कार्यालय अथवा प्रतिष्ठान के बाहर निकलकर गोमाता के प्रति अपने हृदय की भावना को प्रकट करें।

शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सोमवार अपराह्न केदारघाट स्थित श्री विद्यामठ में मीडिया कर्मियों से रूबरू थे। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में गोहत्या महापाप है। गोहत्या करने वाले को समर्थन देने वाले को भी यह पाप लगता है। इसलिए सत्ता में आकर गोहत्या करने वाले राजनीतिक दलों को मत देने वाले मतदाताओं को भी गोहत्या का पाप लग रहा है। हिन्दुओं को इससे बचने और अपने मताधिकार का सही प्रयोग करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आपके द्वार पर जो भी दल के लोग वोट लेने आएं उनसे आप यह कह सकते हैं कि गो हत्या न करने का शपथ-पत्र लिखित रूप से देने पर ही वोट दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि एनडीए और इण्डिया की तर्ज़ पर गो-गठबन्धन बनायेंगे। गोमाता को राष्ट्र माता घोषित कराने के लिए हम स्वयं आगामी 14 मार्च 2024 को वृन्दावन से दिल्ली तक की पदयात्रा करेंगे। यह यात्रा गोवर्धन परिक्रमा से आरम्भ होगी और वर्ष 1966 में जहाँ गोभक्तों पर गोली चली थी संसद भवन दिल्ली के उस स्थान पर जाकर रामा गो की रक्षा करने के संकल्प के साथ पूर्ण होगी। मार्ग में सभी राजनीतिक दलों को अवसर होगा कि वे यात्रा में सम्मिलित होकर गोरक्षा का संकल्प लें और उद्घोषणा करें। उन्होंने बताया कि जो सियासी पार्टियां भारत की भूमि से गो हत्या बन्द करने का शपथ-पत्र देंगी। वे पार्टियां इस यात्रा में सम्मिलित होकर अपना शपथ-पत्र दे सकती हैं। जो भी राजनीतिक दल इस प्रकार का शपथ-पत्र देकर भारत से गोहत्या बन्द कराने की स्पष्ट घोषणा करेगा, हम उस दल को गो-गठबन्धन का अंग मानकर मतदान करने के लिए सनातनी हिन्दू समाज से अपील करेंगे।

उन्होंने सरकार से मांग किया कि भारत में गोहत्या को दण्डनीय अपराध माना जाए और गोमाता को पशुसूची से निकालकर राष्ट्रमाता का सम्मान दिया जाए। जिस प्रकार देश में राष्ट्र ध्वज, राष्ट्रीय पक्षी आदि को संविधान में सम्मान प्राप्त है। वैसे ही गौमाता को भी राष्ट्र माता का सम्मान प्राप्त हो।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/दिलीप

   

सम्बंधित खबर