समग्र कृषि विकास पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

कठुआ 26 फरवरी (हि.स.)। कठुआ जिले की तहसील हीरानगर के लोंडी पंचायत के सामुदायिक केंद्र में समग्र कृषि विकास पर एक दिवसीय प्रशिक्षण का समापन हुआ। प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता एसडीएम हीरानगर राकेश कुमार ने की।

प्रशिक्षण कार्यक्रम उपायुक्त कठुआ डॉ. राकेश मिन्हास के नेतृत्व में आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य शुरुआत में हीरानगर तहसील की पांच पंचायतों को सरकार की एचएडीपी योजना के साथ शत-प्रतिशत संतृप्ति वाली मॉडल पंचायतें बनाना था। जम्मू-कश्मीर केंद्रशासित प्रदेश आयोजन के दौरान कृषि विज्ञान केंद्र कठुआ, कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के अधिकारियों ने भाग लिया। अगले पांच वर्षों में 5013 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा अनुमोदित 29 परियोजनाओं पर किसानों को प्रशिक्षण दिया गया। इन परियोजनाओं का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर की कृषि अर्थव्यवस्था को बदलना, इसे विकास के एक नए पथ पर लाना, क्षेत्रों के उत्पादन को दोगुना करना, निर्यात को बढ़ावा देना परियोजनाओं में बागवानी, रेशम उत्पादन, मधुमक्खी पालन, पशुपालन, भेड़ पालन, मुर्गी पालन, मत्स्य पालन आदि सहित विभिन्न क्षेत्रों को शामिल किया गया है। किसानों को संबोधित करते हुए केवीके कठुआ के प्रमुख डॉ. विशाल महाजन ने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य किसानों को विभिन्न परियोजनाओं से अवगत कराना है। एईओ हीरानगर विनोद कुमार ने विभिन्न परियोजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने पंजीकरण प्रक्रिया, फंडिंग पैटर्न, मंजूरी प्रक्रिया और इसके कार्यान्वयन पर भी प्रकाश डाला। वीएएस हीरानगर डॉ. सुरेश कुमार ने प्रतिभागियों को पशुपालन विभाग द्वारा कार्यान्वित की जा रही योजनाओं जैसे आईडीडीएस, आईपीडीएस, जम्मू-कश्मीर में डेयरी विकास, जम्मू-कश्मीर में पोल्ट्री विकास के लिए रोडमैप आदि के बारे में जानकारी दी। मत्स्य पालन विभाग के अन्य अधिकारियों ने भी केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में मछली बीज और कार्प उत्पादन पर बात की। । विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ने किसानों को पीएम कुसुम योजना के बारे में भी बताया, जिसके तहत सौर पंप सेट के लिए 80 प्रतिशत सब्सिडी का लाभ उठाया जा सकता है।

हिन्दुस्थान/समाचार/सचिन//बलवान

   

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