अकीदत के साथ अदा हुई पहले जुमे की नमाज़

पलामू, 15 मार्च (हि.स.)। रहमतों, बरकतों व मगफिरतों का महीना माह-ए-रमज़ान चल रहा है। शुक्रवार को रमजान के पहले जुमे की नमाज़ सभी मस्जिदों में अदा की गयी। जिला मुख्यालय डालटनगंज शहर के छः महान स्थित जामा मस्जिद, बाजार स्थित चौक बाजार, पहाड़ी मुहल्ला स्थित नूरी, कुंड मुहल्ला स्थित मिल्लत, मुस्लिमनगर स्थित मदीना, अहले हदीस, मोहम्मदिया, शाहपुर स्थित तैबा मस्जिद समेत सभी मस्जिदों में अकीदत के साथ नमाज़-ए-जुमा अदा की गई।

मौके पर जामा मस्जिद के इमाम मुफ्ती मोहम्मद शाहनवाज़ कासमी ने कहा कि रमज़ान का रोज़ा फ़र्ज़ है। जो रमजान में सवाब के नियत से रोजा रखता है, अल्लाह ताला उसके पिछले गुनाह माफ कर देते हैं। रमज़ान में कुरान-ए-करीम की तिलवत ज्यादा से ज्यादा करनी चाहिए।

जनाब कासमी ने कहा कि अल्लाह के प्यारे नबी हजरत मोहम्मद मुस्तफा सलल्लाहो अलैहे वसल्लम ने फ़रमाया रमज़ान में सदका करना सबसे ज्यादा सवाब है। रमजान में गरीबों और मिस्कीनों की ज्यादा से ज्यादा मदद करना चाहिए। उन्होंने बताया कि नबी सलल्लाहो अलैहे वसल्लम ने बताया जब रमज़ान आता है तो जन्नत के दरवाजे खोल दिये जाते हैं और जहन्नम के दरवाजे बंद कर दिये जाते हैं।

मुफ्ती मो कासमी ने बताया कि रमजान में रोजा रखने के लिए कामों में कमी ला देनी चाहिए। रमजान का रोजा फ़र्ज़ है, रमजान का रोजा नहीं छोड़ सकते।

हिन्दुस्थान समाचार/दिलीप

   

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