उत्तराखंड में न्याय आपके द्वार की परिकल्पना साकार कर रही सरकार, फैसला ऑन द स्पॉट

- गुड गर्वनेंस मॉडल से जनता और नौकरशाही के बीच सेतु बने मुख्यमंत्री धामी

देहरादून, 16 मार्च (हि.स.)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का गुड गवर्नेंस मॉडल जनता और नौकरशाही के बीच सेतु बन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सेवा-सुशासन और गरीब कल्याण की मंशा के साथ न्याय आपके द्वार की परिकल्पना साकार कर रहा है। यह संभव हो पाया है मुख्यमंत्री धामी के सरलीकरण, समाधान, निस्तारण व संतुष्टि की नीति से। गुड गवर्नेंस मॉडल की मूल अवधारणा में प्रशासनिक प्रक्रियाओं में पारदर्शिता, सामाजिक न्याय, सहयोगी शासन और नागरिकों के साथ संवेदनशीलता को बढ़ावा देना शामिल है।

मुख्यमंत्री ने शिकायतकर्ता से फोन पर बात कर लिया फीडबैक-

मुख्यमंत्री धामी के सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर शनिवार को एक वीडियो चल रहा है। वीडियो में मुख्यमंत्री धामी अधिकारियों की बैठक ले रहे हैं और शिकायतकर्ता से फोन से बात कर फीडबैक ले रहे हैं। इसी बीच अधिकारियों की बोलती उस समय बंद हो गई, जब मुख्यमंत्री से सुना कि शिकायतकर्ता तीन माह पहले शिकायत किया है और अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। शिकायतकर्ता की बिजली बिल अधिक आने की शिकायत थी।

समाधान न होने पर भड़के धामी, सख्त लहजे में कार्रवाई के दिए निर्देश-

शिकायतकर्ता को समय से समाधान न मिलने पर मुख्यमंत्री ने सख्त लहजे में अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। सरलीकरण, समाधान, निस्तारण व संतुष्टि के साथ काम करने व ऐसी शिकायत न आने की चेतावनी दी और जवाबदेही तय करने को भी कहा। यह मुख्यमंत्री की समयबद्धता और जनसमस्याओं के प्रति सरकार की जिम्मेदारी की समझ प्रदर्शित करता है।

घर बैठे समस्याओं का हो समाधान, जवाबदेही तय-

अधिकारियों के लिए लक्ष्य तय करना और विभागों के पास आ रही शिकायतों को अपने स्तर पर शीध्र समाधान देना धामी सरकार के गुड गवर्नेंस का प्रमाण है। घर बैठे समस्याओं का समाधान हो, लोगों को विभागों के चक्कर न काटने पड़ें। इसके लिए मुख्यमंत्री धामी स्वयं मॉनिटरिंग करते रहते हैं।

सीएम हेल्पलाइन पर 61 प्रतिशत शिकायतों का निस्तारण-

जनवरी 2024 में हेल्पलाइन में दर्ज कुल 95573 शिकायतों में से 61 प्रतिशत का निस्तारण हो चुका है। विगत सोमवार को मुख्यमंत्री धामी ने हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों की मॉनिटरिंग के दौरान फरियादियों से वार्ता कर उनका फीडबैक लिया था। इससे पहले भी कई बार धामी हेल्पलाइन में शिकायतें दर्ज कराने वाले लोगों को फोन कर उनका फीडबैक ले चुके हैं। मुख्यमंत्री का साफ कहना है कि शासन-प्रशासन की जवाबदेही जनता के प्रति होनी चाहिए। अधिकारी सेवा भाव से कार्य करें और समस्याओं को बेवजह लंबित न रखें।

गुड गर्वनेंस मॉडल से सरकार की आय में हो रही वृद्धि, घाटे से उबरा परिवहन निगम-

गुड गवर्नेंस मॉडल से प्रदेश सरकार की आय में भी बढ़ोत्तरी हो रही है। इस वर्ष परिवहन निगम ने घाटे से बाहर निकल अधिक मुनाफा कमाया है। यूकाडा ने भी केदारनाथ धाम के लिए शुरू हुई हेलीकॉप्टर बुकिंग से एक वर्ष में 49 करोड़ की आय प्राप्त की। पिछले 15 वर्षों में यह सबसे बड़ा रिकॉर्ड है।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/रामानुज

   

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