योग से न केवल शारीरिक तौर पर बल्कि मानसिक होता है विकास: नवल झा

कानपुर,16 मार्च (हि.स.)। योग न केवल शारीरिक तौर पर स्वस्थ रहने में मदद करता है, बल्कि मानसिक स्थिति सुधारता है। इसके साथ ही, योग आत्मा को भी प्राप्त करने में सहायक होता है और आत्म-संयम को बढ़ावा देता है। यह बात शनिवार को चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कानपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना के विशेष शिविर में शरीरिक शिक्षक नवल झा ने कही। उन्होंने कहा कि योग का अभ्यास करने से शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से सुखी और संतुलित जीवन जीने में सहायक होता है। योग के महत्व को समझा कर, योग के प्रचार प्रसार के बारे में भी कहा हम सभी को योग का अभ्यास नियमित रूप से करना चाहिए।

योग संगठनों और समुदायों द्वारा आयोजित किए गए योग शिविरों और कक्षाओं का लाभ उठाना चाहिए। योग को अपने जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाने के लिए समर्थ होना हमारी सार्वभौमिक उत्तरदायित्व है। सभी को योग के महत्व को समझने और इसे अपने जीवन का हिस्सा बनाने के लिए प्रेरित किया जाता है। योग को जीवन में एक नियमित अभ्यास के रूप में स्वीकार करना और इसे अपने संदर्भ में अनुकूल बनाना सभी के लिए लाभकारी होगा।

एनएसएस समन्वयक डॉ. अर्चना सिंह ने कहा योग जीवन का हिस्सा है। यह शारीरिक और मानसिक तौर पर स्वस्थ रहने में मदद करता है, रक्त संचार की गति नियंत्रित होती है। इस कार्यक्रम में छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. मुनीश गंगवार, अधिष्ठाता गृह विज्ञान, डॉ. मुक्ता गर्ग, डॉ. रश्मि सिंह, डॉ. अर्चना सिंह आदि उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/राम बहादुर/बृजनंदन

   

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