पुनौराधाम का विकास सांस्कृतिक पुनर्जागरण और रोजगार की दृष्टि से महत्वपूर्ण : सुशील मोदी

पटना, 19 मार्च (हि.स.)। पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार में एनडीए सरकार की वापसी के मात्र 45 दिन बाद मां सीता की जन्मभूमि सीतामढी के पुनौराधाम को विकसित करने के लिए 50 एकड़ भूमि के अधिग्रहण का निर्णय सांस्कृतिक पुनर्जागरण और पर्यटन क्षेत्र में रोजगार के अवसर सृजित करने की दृष्टि से बड़ा निर्णय है।

सुशील मोदी ने बयान जारी कर मंगलवार को कहा कि मंदिरों को गुलामी का प्रतीक बताने और अयोध्या में राम मंदिर का विरोध करने वाले राजद के सत्ता में रहते सीतामढ़ी का विकास बिल्कुल नहीं हो पाता। कांग्रेस, राजद और पूरे इंडी गठबंधन ने अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान का बहिष्कार किया था। डिप्टी सीएम रहते तेजस्वी यादव ने यह कह कर राम-भक्तों की आस्था पर चोट की थी कि बीमार पड़ने पर कोई मंदिर नहीं जाता।

मोदी ने कहा कि राम-विरोधियों के सत्ता से हटते ही पुनौराधाम के विकास के लिए 72 करोड़ 47 लाख रुपये खर्च करने की योजना को मंजूरी मिल गई। अब वहां अयोध्या की तरह भव्य सीता मंदिर बनेगा। सुंदरीकरण और यात्री सुविधाओं को स्तरीय बनाया जाएगा और इस धर्म स्थल को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ा जाएगा। इससे उत्तर बिहार की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।

हिन्दुस्थान समाचार/ चंदा/चंद्र प्रकाश

   

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