बाइहाटा और चांगसारी स्टेशनों के बीच दोहरी लाइन चाल

-न्यू बंगाईगांव - आगियाठरी वाया रंगिया दोहरी लाईन परियोजना को मिली प्रगति

गुवाहाटी, 20 मार्च (हि.स.)। मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त (सीसीआरएस) जनक कुमार गर्ग ने 20 मार्च को बाइहाटा और चांगसारी स्टेशनों के बीच बिछाई गई नई दोहरी लाईन सेक्शन का वैधानिक निरीक्षण पूरा किया। इस निरीक्षण का प्राथमिक उद्देश्य सेक्शन में रेलवे की सभी बुनियादी संरचना की संरक्षा और दक्षता सुनिश्चित करनी थी। बिछाई गई यह नई दूसरी लाईन इस मार्ग के माध्यम से अधिक माल और यात्री परिवहन के लिए सहायक होगी।

पूर्वोत्तर सीमा रेल (पूसीरे) के सीपीआरओ सब्यसाची डे ने आज बताया है कि न्यू बंगाईगांव-आगियाठरी वाया रंगिया 142.97 किमी दोहरीकरण परियोजना के एक हिस्से के रूप में बाइहाटा-चांगसारी सेक्शन का कार्य चल रहा है। इस परियोजना में 75 बड़े पुल, 38 छोटे पुल और 19 नए स्टेशन भवनों का निर्माण शामिल है। बाइहाटा- चांगसारी सेक्शन की लंबाई 10.15 किमी है। इस सेक्शन में 3 छोटे और 3 बडे़ पुलों का निर्माण किया गया। विद्युतीकरण सहित द्वितीय लाईन को चालू किया गया। मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त ने इस सेक्शन में रेलवे ट्रैक फिटिंग्स, पी-वे परिसंपत्ति, इलेक्ट्रॉनिक इंटर-लॉकिंग, रिले रूम, केबिन, समपार फाटकों का भी निरीक्षण किया।

यात्री सुविधाओं को जोड़ते हुए, बाइहाटा और चांगसारी दोनों स्टेशनों पर 3 मीटर चौड़े नए फुट ओवर ब्रिज, प्रतीक्षालय और नए यात्री प्लेटफॉर्म शेड चालू किए गए। बाइहाटा और चांगसारी स्टेशनों पर एक-एक महिला शौचालय, बाइहाटा में 3 पुरूष शौचालय (विशेष रूप से द्वियांगजन यात्रियों के लिए एक) और चांगसारी में 2 पुरुष शौचालय भी बनाए गए। इसके अतिरिक्त, स्टेशनों पर यात्रियों के लिए पेयजल की भी सुविधाएं प्रदान की गई हैं। ट्रेनों से यात्रियों के चढ़ने और उतरने में आसानी के लिए प्लेटफार्मों की ऊंचाई बढ़ाई गई।

कुल 142.97 किमी लंबी न्यू बंगाईगांव-आगियाठरी वाया रंगिया दोहरीकरण परियोजना में 81.06 किमी चालू की जा चुकी है। इससे पहले न्यू बंगाईगांव और बिजनी के बीच 17.53 किमी, पाठशाला और नलबाड़ी के बीच 26.91 किमी, बिजनी और सरभोग के बीच 18.99 किमी तथा चांगसारी और आगियाठरी के बीच 7.48 किमी सेक्शन को क्रमशः 30 अगस्त, 2022, 24 मई, 13 जून और 26 दिसंबर, 2023 को चालू किया गया था। बाइहाटा से चांगसारी के बीच 10.15 किमी सेक्शन को आज चालू किया गया। इस सम्पूर्ण सेक्शन के पूरा होने पर, क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को एक महत्वपूर्ण बढ़ावा मिलेगा।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीप्रकाश/अरविंद

   

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