सबके राम और सबमें राम के साथ दुनियां में फैलेगा रामपंथ

—रामध्यान से आध्यात्मिक और पारिवारिक उन्नति सम्भव -आनंद जी महाराज

वाराणसी,21 मार्च(हि.स.)। रामपंथ विश्व भर में टूटते रिश्तों को बचाने के लिए बड़ी पहल कर रहा है। श्रीराम परिवार भक्ति आन्दोलन और राम सम्बन्ध संस्कृति के माध्यम से परिवार और समाज को सम्बन्धों में बांधने का अभियान रामपंथ चला रहा है। इससे जुड़ने के लिये नीदरलैंड के संत स्वामी अखण्ड सम्राट आनंद महाराज गुरूवार को लमही स्थित सुभाष भवन पहुंचे। भवन में आनंद महाराज ने सुभाष मन्दिर में 7 किलो की माला अर्पित की और नेताजी सुभाषचंद्र बोस के प्रति श्रद्धा जताई। इस अवसर पर अनाज बैंक ने आनंद महाराज के हाथों 50 बाँसफोर परिवारों में होली की त्योहारी के रूप में अनाज की पोटली वितरित की। इस दौरान रामपंथ के डॉ. राजीव श्रीवास्तव ने कहा कि आज विश्व को भगवान राम के मर्यादा की जरूरत है। जब तक देश देश के लोक व्यवहार में राम की मर्यादा नहीं आएगी, तब तक न परिवार बचेगा और न रिश्ते। बतौर मुख्य अतिथि आनंद महाराज ने कहा कि भगवान श्रीराम सिर्फ हमारे नहीं हैं, सभी के हैं। राम भूत या वर्तमान के नहीं हैं बल्कि सदैव हैं। रामपंथ वैश्विक स्तर पर सांस्कृतिक पुनर्जागरण की आवश्यकता है। भारत सरकार के उर्दू काउंसिल की सदस्य रामभक्त नाज़नीन अंसारी ने कहा कि अरब देशों में राम की मर्यादा स्थापित करने के लिये श्रीराम मंदिर का निर्माण होना चाहिए। श्रीराम की मर्यादा ही अब दुनिया में शांति और सद्भावना की गारंटी है। संगोष्ठी का संचालन डॉ. अर्चना भारतवंशी एवं धन्यवाद डॉ. नजमा परवीन ने दिया।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/सियाराम

   

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