खीरा फसल में कीट नियंत्रण आवश्यक : डॉ अजय कुमार सिंह

कानपुर, 27 मार्च(हि.स.)। खीरा की अच्छी पैदावार प्राप्त करने के लिए फसल में कीड़ों पर नियंत्रण करना बहुत आवश्यक है। यह जानकारी बुधवार को चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कृषि विज्ञान केंद्र दिलीप नगर के प्रभारी डॉक्टर अजय कुमार सिंह ने दी।

उन्होंने बताया कि खीरा फसल में हानिकारक कीटों का नियंत्रण आवश्यक है। खीरा फसल में प्रमुख कीट कद्दू का लाल कीट, सफेद मक्खी एवं लाल मकड़ी आदि प्रमुख रूप से आर्थिक क्षति पहुंचाते हैं। उन्होंने किसानों को सलाह दी है कि यदि खीरा उत्पादक अच्छी पैदावार चाहते हैं तो इन सबका प्रबंधन करना आवश्यक है।

उन्होंने बताया कि लाल कीट मार्च महीने में अधिक सक्रिय रहता है और फसल पर आक्रमण करके मुलायम पत्तियों को नष्ट कर देता है। इसकी रोकथाम के लिए डाईक्लोरोवास 76 ई सी 1.25 मिली लीटर प्रति लीटर पानी के हिसाब से फसल पर छिड़काव करें।

सफेद मक्खी की रोकथाम के लिए इमिडाक्लोप्रिड 17.8 एसएल 0.3 मिलीलीटर दवा प्रति लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें। उन्होंने बताया कि यदि किसान भाई खीरे की फसल में कीटों का प्रबंधन कर लेते हैं तो गुणवत्तापरक खीरा उत्पादित होगा तथा बाजार मूल्य अधिक मिलेगा। किसानों की आय में वृद्धि होगी।

हिन्दुस्थान समाचार/राम बहादुर

   

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