76 वर्षीय भरत वियोगी ने मरणोपरांत शरीर के अंगदान का भरा शपथ पत्र

अररिया फोटो: भरत वियोगी शपथ पत्र के साथ

अररिया, 03 अप्रैल(हि.स.)। अररिया दधीचि देहदान समिति की पहल पर मरणोपरांत नेत्रदान और अंगदान करने की गूंज अब ग्रामीण क्षेत्रों से भी आने लगी है।न केवल मारवाड़ी समाज बल्कि बिहारी समाज भी मरणोपरांत नेत्रदान और अंगदान के आई संकल्प पत्र भरने के लिए स्वेच्छा से आगे आने लगे है। यह जानकारी समिति के जिलाध्यक्ष अजातशत्रु अग्रवाल, संरक्षक वच्छराज राखेचा,विनोद सरावगी,कमलेश अग्रवाल ने दी I

इन्होंने बताया कि कलवार समाज के वरिष्ठ अभिभावक फारबिसगंज के मधुबनी वार्ड नंबर 7 निवासी स्व. रुचि भगत के 76 वर्षीय पुत्र भरत वियोगी के द्वारा मरणोपरांत अपने नेत्रदान के अलावा ब्रैंन डैथ की हालत में अपने शरीर के महत्वपूर्ण अंग हार्ट, लिवर, किडनी, त्वचा,आदि दान देने का संकल्प पत्र अपने कलवार सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष सीताराम भगत की उपस्थिति में दधीचि देहदान समिति के जिलाध्यक्ष को सौपा। श्री वियोगी ने अपने मरणोपरांत इस दान के लिए अपने पुत्र कालीचरण भगत की पत्नि श्री मति अन्नू देवी भगत को अधिकृत किया है।

समिति के संरक्षक मांगी लाल गोलछा, पूनम पांडिया,शिवनारायण दास उर्फ भानु सर, राहुल ठाकुर, पप्पू लड्डा,पवन मिश्रा, इंजीनियर आयुष अग्रवाल के अलावा कलवार समाज के नंदु जासवाल, पुर्व मुखिया प्रकाश चौधरी, रामभजु चौधरी, शोनडरिक समाज के नीरज अभिषेक विपिन गुप्ता सहित दर्ज़नों गणमान्य लोगों ने श्री वियोगी जी को साधुवाद देते हुए उनके निरोगी जीवन की कामना की है।

लोगों का कहना है कि उनके इस संकल्प से पूरे समाज मे इसके प्रति दूसरों मे भी जागृति आयेगी और नेत्र हीनता के मामलों में कमी आयेगी। सनद रहे की इससे पहले समिति के संरक्षक कमलेश अग्रवाल ने भी इसी तरह के अंगदान का संकल्प पत्र भरकर जिलाध्यक्ष श्री अग्रवाल को दिया है।

हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/चंदा

   

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