इंडी अलायंस के पास कोई रोडमैप नहीं: भाजपा

-एनडीए का लक्ष्य 51 फीसदी से ज्यादा वोट और 400 से ज्यादा सीटें

-जिन अंग्रेजों ने हम पर सैकड़ों वर्ष तक शासन किया था, उसकी अर्थव्यवस्था भारत से पीछे

गुवाहाटी, 03 अप्रैल (हि.स.)। पिछले दस वर्षों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा किये गये विकास कार्यों के रिपोर्ट कार्ड के सामने विपक्ष पूरी तरह से परास्त हो गया है। विपक्ष के पास सरकार की आलोचना करने के लिए जानकारी का अभाव है। भाजपा को भरोसा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाला एनडीए 51 फीसदी से ज्यादा वोट के साथ 400 से ज्यादा सीटें जीतेगा।

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता रूपम गोस्वामी ने आज बशिष्ठ स्थित पार्टी मुख्यालय अटल बिहारी वाजपेयी भवन में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बातें कही। उन्होंने विपक्षी इंडी गठबंधन की भी आलोचना की और कहा कि गठबंधन में राजनीतिक दलों के बीच कोई वैचारिक समानता नहीं है। उनके पास अपने लोगों और समाज के लिए कोई एजेंडा नहीं है। उनका एकमात्र लक्ष्य भाजपा की आलोचना करना है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव विकास दस्तावेजों के आधार पर लड़ रही है।

पिछले दस वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सशक्त नेतृत्व में भारत ने वैश्विक संदर्भ में एक लंबा सफर तय किया है। देश में विदेशी निवेश की मात्रा अब बढ़ती जा रही है। मेक इन इंडिया के तहत देश में कम लागत वाला क्षेत्र विकसित हुआ है। भारत घरेलू स्तर पर रक्षा उपकरण, फार्मास्यूटिकल्स आदि निर्यात करने में सक्षम हो गया है। चालू वित्त वर्ष में भारत ने रिकॉर्ड 21 हजार करोड़ रुपये के हथियारों का निर्यात किया है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर रिकॉर्ड 642.63 अरब रुपये हो गया। एम्स की संख्या 8 से बढ़कर 23 और मेडिकल कॉलेजों की संख्या 641 से बढ़कर 1,350 हो गई है, भाजपा सरकार के शासनकाल में देश की अर्थव्यवस्था सैकड़ों वर्षों तक भारत पर शासन करने वाले ग्रेट ब्रिटेन को पीछे छोड़कर पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है। प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार असम और उत्तर पूर्व के समग्र विकास के लिए उत्तरदायी और प्रतिबद्ध है।

2014 में कांग्रेस शासन के दौरान उत्तर पूर्व के लिए बजट आवंटन 12 लाख करोड़ रुपये था। नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार का हालिया बजट 88 लाख करोड़ रुपये हैं। दोनों सरकारों के बजट में काफी अंतर है। भाजपा की सरकार आने के बाद संघर्षग्रस्त असम और उत्तर पूर्व में शांति स्थापित हुई। 2004 से 2014 तक इस क्षेत्र में हिंसा की 11,121 घटनाएं हुईं। 2014 से 2023 तक भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के दौरान मामलों की संख्या घटकर 3,114 हो गई।

इसी प्रकार, प्रधानमंत्री के आशीर्वाद और असम के लोकप्रिय मुख्यमंत्री के स्थिर और कुशल वित्तीय प्रबंधन से असम में अत्यधिक गरीबी में रहने वाले 36 प्रतिशत लोगों में से 22.5 प्रतिशत बेहतर जीवन प्राप्त करने में सक्षम हुए हैं। असम के मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्वा सरमा के मजबूत नेतृत्व में 23 मेडिकल कॉलेज, 6 इंजीनियरिंग कॉलेज, 6 आदर्श महिला कॉलेज, 27 पॉलिटेक्निक, चांगसारी में एम्स, मंगलदोई कौशल विकास विश्वविद्यालय, 330 मॉडल अस्पताल, 600 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं, असम में 200 उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों का निर्माण किया गया है। राज्य में 32 हजार किमी लंबी सड़कें और 2000 लकड़ी के पुल को पक्के बनाए गए हैं। यह भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के विकास का पैटर्न है।

पार्टी की संगठनात्मक ताकत पर बोलते हुए रूपम गोस्वामी ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ और जिम्मेदार कार्यकर्ता लंबे समय तक हर लोकसभा क्षेत्र में काम कर चुके हैं। अब संगठन का विस्तार प्रदेश से लेकर पन्ना प्रमुखों तक हो गया है। प्रवक्ता ने कहा कि सरकार के विकास कार्यों और पार्टी की संगठनात्मक ताकत के आधार पर भाजपा लगभग सभी लोकसभा क्षेत्रों में भारी मतों से जीत हासिल करेगी। संवाददाता सम्मेलन में भाजपा के मीडिया विभाग के संयोजक देवान ध्रुवज्योति मोरल भी मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार/अरविंद/आकाश

   

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