एआइसीटीई की मान्यता दिलाने वाली राजेन्द्र मिश्र महाविद्यालय बना बीएन मंडल की पहली संस्था

सहरसा,05 अप्रैल (हि.स.)। बीएन मंडल विश्वविद्यालय में राजेन्द्र मिश्र महाविद्यालय पहली ऐसी संस्था है। जहां बीबीए और बीसीए पाठ्यक्रम को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद एआइसीटीई द्वारा मान्यता मिल गयी है।

प्रधानाचार्य प्रो डॉ अमर नाथ चौधरी ने कहा कि यह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ बिमलेन्दु शेखर झा के अभिभावकीय निर्देशन, आइक्यूएसी सह बीसीए के संयोजक डॉ ललित नारायण मिश्र एवं बीबीए के निवर्तमान संयोजक पी सी पाठक एवं नव नियुक्त संयोजक बी डी चौधरी के सतत निरीक्षण, वर्सर डॉ किशोर नाथ झा की तत्परता, परीक्षा नियंत्रक डॉ राजीव कुमार झा के सहयोग, बीबीए के शिक्षक डॉ आशिष कुमार, डॉ निखिल मिश्रा, निकिता कुमारी, सहायक शोभाकांत झा, एवं बीसीए के आशीष कुमार झा व अखिलेश कुमार, आइक्यूएसी के सदस्य डॉ अक्षय कुमार चौधरी एवं डॉ आलोक कुमार झा के संयुक्त प्रयास का परिणाम है कि राजेन्द्र मिश्र महाविद्यालय संपूर्ण विश्वविद्यालय में यह मान्यता प्राप्त करने वाला पहला महाविद्यालय बन गया है।

आइक्यूएसी सह बीसीए संयोजक डॉ. ललित नारायण मिश्र ने कहा कि राजेन्द्र मिश्र महाविद्यालय में योग्य एवं कुशल शिक्षकों के द्वारा वर्गाध्यापन एवं अन्य शैक्षिक कार्य संपादित किये जाते हैं। हमारे यहां अवसंरचनात्मक सुविधाएं भी अन्य महाविद्यालयों से बेहतर है। यहां का कम्प्यूटर लैव काफी समृद्ध है। छात्र-छात्राएं डिग्री प्राप्त करने के बाद अच्छे संस्थानों में कार्य कर रहे हैं।

बीबीए के निवर्तमान संयोजक पीसी पाठक ने कहा कि यहां के बीबीए के सभी फेकेल्टी काफी योग्य और परिश्रमी हैं। हमें पहले से विश्वास था कि हमारे बीबीए के पाठ्यक्रम को एआइसीटीई द्वारा मान्यता मिलने में कोई परेशानी नहीं होगी। बीबीए के नव नियुक्त संयोजक डॉ बी डी चौधरी ने कहा कि उक्त दोनों पाठ्यक्रमों को ससमय एआइसीटीई मान्यता मिल जाने के बाद हमारे छात्र-छात्राओं को पूरे देश और विदेशों में भी नौकरी मिलने अथवा आगे पढ़ाई जारी रखने में कोई परेशानी नहीं होगी।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/चंदा

   

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