रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष और सीईओ ने सेवक-रंगपो रेल परियोजना का किया निरीक्षण

गुवाहाटी, 05 अप्रैल (हि.स.)। रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष एवं सीईओ जया वर्मा सिन्हा ने निर्माणाधीन सेवक-रंगपो रेल परियोजना (एसआरआरपी) का गहन निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उनके साथ पूर्वोत्तर सीमा रेल (पूसीरे) के महाप्रबंधक चेतन कुमार श्रीवास्तव एवं पूसीरे (निर्माण) के महाप्रबंधक सतीश कुमार पाण्डेय के अलावा अन्य वरिष्ठ रेल एवं निर्माण अधिकारी थे।

पूसीरे के सीपीआरओ सब्यसाची डे ने आज बताया है कि सेवक-रंगपो नई रेल लाइन परियोजना भारत में चल रही सबसे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय परियोजनाओं में से एक है, जिसका उद्देश्य वर्तमान में सड़क पर निर्भर सिक्किम राज्य को देश के रेलवे मानचित्र से जोड़ना है। रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष और सीईओ ने कार्यों की प्रगति का जायजा लिया और इस परियोजना के टनल संख्या टी-1 एवं टी-8 के लाइनिंग कार्यों का निरीक्षण किया।

रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष और सीईओ ने इस परियोजना के टनल संख्या टी-7 का भी निरीक्षण किया। विशेष रूप से, भारतीय रेलवे नेटवर्क में पहला भूमिगत रेलवे स्टेशन यानी तीस्ता बाजार स्टेशन इसी टनल के अंतर्गत आता है, जो देश में रेलवे बुनियादी ढांचे की उन्नति में एक अग्रणी कदम है। उन्होंने तीस्ता ब्रिज और सेवक स्टेशन के निर्माण कार्य का भी मुआयना किया। बाद में, उन्होंने सेवक-रंगपो नई रेल परियोजना के सभी पहलुओं पर भारतीय रेलवे निर्माण संगठन (इरकॉन) के अधिकारियों के साथ संक्षिप्त बातचीत की।

अध्यक्ष और सीईओ ने टनल निर्माण में संरक्षा और स्थिरता पर जोर दिया जो निर्बाध कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है। इस परियोजना के पूर्ण होने पर सिक्किम राज्य पहली बार रेलवे से जुड़ जाएगा। इस परियोजना में 14 टनलों (कुल 38.53 किमी), 05 रेलवे स्टेशनों और 13 बड़े पुलों का निर्माण शामिल है।

हिन्दुस्थान समाचार/ श्रीप्रकाश/अरविंद

   

सम्बंधित खबर