उल्लास और प्रगति का प्रतीक है विक्रम संवत - प्रोफेसर डी.के. त्रिपाठी

सुलतानपुर ,10 अप्रैल (हि.स.)। विक्रम संवत की शुरुआत के समय मन अपने आप प्रसन्न हो जाता है। यह भारतीय नववर्ष हमारे जीवन में उल्लास और प्रगति का प्रतीक है। इस समय प्रकृति मानव की सहयोगी बनी रहती है। प्रकृति के साथ रहकर नववर्ष मनाने का अलग आनंद है ।'' यह बातें राणा प्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर दिनेश कुमार त्रिपाठी ने बुधवार को कहीं। वह प्राचीन इतिहास एवं पर्यटन विभाग द्वारा महाविद्यालय के संगोष्ठी कक्ष में आयोजित नूतन वर्ष अभिनंदन समारोह को बतौर मुख्य वक्ता सम्बोधित कर रहे थे। पूर्व संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ राधेश्याम सिंह ने कहा कि नववर्ष का उत्सव मनाना हमारी प्राचीन परम्परा है। आभार ज्ञापन प्राचीन इतिहास विभागाध्यक्ष प्रोफेसर शैलेन्द्र प्रताप सिंह व संचालन डॉ प्रभात श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षक व कर्मचारी उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/दयाशंकर

/बृजनंदन

   

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