अपडेट : चक्रवात प्रभावित इलाकों के दौरे पर तृणमूल का दस सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल

सिलीगुड़ी, 12 अप्रैल (हि.स.)। जलपाईगुड़ी जिले के मयनागुड़ी में चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों का दौर करने शुक्रवार को दस सदस्यीय तृणमूल प्रतिनिधिमंडल पहुंचा है। प्रतिनिधिमंडल के सदस्य दिल्ली और कोलकाता से बागडोगरा हवाईअड्डे पर उतरे। इसके बाद वे जलपाईगुड़ी के प्रभावित बारनिस गांव के लिए रवाना हो गए।

सूत्रों के अनुसार यह टीम धूपगुड़ी में अभिषेक बनर्जी की बैठक में भी शामिल हो सकती है। इस प्रतिनिधिमंडल में डोला सेन, नदीमुल हक, शांतनु सेन, विवेक गुप्ता, सुदीप राहा, डेरेक ओ ब्रायन, सागरिका घोष, साकेत गोखले, अबीर रंजन विश्वास और अर्पिता घोष शामिल हैं।

तृणमूल कांग्रेस की राज्यसभा सदस्य डोला सेन ने संवाददाताओं से कहा कि पार्टी ने निर्वाचन आयोग (ईसी) से पश्चिम बंगाल सरकार को क्षतिग्रस्त मकानों का पुनर्निर्माण करके लोगों की सहायता करने की अनुमति देने की अपनी अपील दोहराई है। जलपाईगुड़ी शहर और इसके आसपास के इलाकों में 31 मार्च को अचानक आए तूफान और भारी बारिश के कारण कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई थी और 200 से अधिक लोग बेघर हो गए थे।

सेन ने संवाददाताओं से कहा कि तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधि के रूप में हम हाल ही में तूफान से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के लिए उत्तर बंगाल आए हैं। हमने निर्वाचन आयोग से मानवीय आधार पर मकानों के पुनर्निर्माण के लिए पश्चिम बंगाल सरकार को विशेष अनुमति देने का भी आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि पार्टी को उम्मीद है कि निर्वाचन आयोग समान अवसर उपलब्ध कराएगा और मानवीय आधार पर भेदभाव नहीं करेगा। प्रतिनिधिमंडल की सदस्य एवं तृणमूल कांग्रेस की राज्यसभा सदस्य सागरिका घोष ने कहा कि हम उत्तर बंगाल के मयनागुड़ी के प्रभावित इलाकों का दौरा करने और लोगों का हाल और उनकी पीड़ाओं को देखने आए हैं।

उन्होंने कहा कि पार्टी ने निर्वाचन आयोग से पश्चिम बंगाल सरकार को 31 मार्च को क्षेत्र में आए तूफान से प्रभावित 16 सौ परिवारों के मकानों के पुनर्निर्माण की अनुमति देने का आग्रह किया है। सागरिका घोष ने कहा कि निर्वाचन आयोग को ऐसे समय में उत्तर बंगाल में मकानों के पुनर्निर्माण के लिए मंजूरी देनी चाहिए जब असम सरकार को एक त्योहार के कारण 35 करोड़ रुपये खर्च करने की अनुमति दी गई है।

हिन्दुस्थान समाचार /ओम प्रकाश /गंगा/संजीव

   

सम्बंधित खबर