राम जी का चरित्र जीवन में उतर जाए तो मनुष्य जीवन धन्य .

 
नौशहरा। स्टेट समाचार 
श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर श्री संतोष दास मौनी महाराज जी की देखरेख में ठाकुरद्वारा नौशहरा में चल रही श्रीराम कथा ज्ञान यज्ञ के छटे दिन कथा व्यास श्री प्रेम निधि दास मलुक पीठ वृंदावन वाले ने राम कथा करते हुए कहा कि राम जी का चरित्र जीवन में उतर जाए तो देवता भी उस मनुष्य का आदर करते हैं, राम कथा सुनने से मन को शांति प्राप्त होती है, प्रभु श्री राम ने पिता की आज्ञा का पालन करके 14 वर्ष तक वन में  रहे।  भगवान प्रेम के वश होकर धरती पर अवतार लेते हैं, जैसे शवरी की प्रतीक्षा, राजा दशरथ, माता कौशल्या का भगवान को पुत्र रुप मे पाने की इच्छा पुरन करना , भक्तों का उदार और पापियों का नाश करना था। कथा व्यास जी ने श्री राम विवाह का प्रसंग सुनाते हुए कहा की प्रकृति और पुरुष का मिलन ही सीताराम विवाह का उत्सव है। शरीर प्रकृति है आत्मा पुरुष है दोनों के मिलन से ही विश्व का मंगल होता है, श्री राम लक्ष्मण सहित चारों भाइयों का विवाह प्रसंग सुनकर उपस्थित श्रद्धालु श्रोता ज्ञान भाव विभोर हुए भगवान के सुंदर भजनों को गया गया जिनको सुनकर भगवान के नाम की मस्ती में जमकर जो में श्रोता श्री राम कथा सुनकर निहाल हुए। इस मौके पर श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर श्री संतोष दास मोनी जी महाराज ने प्रभु राम के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उपस्थित श्रोताओं को राम कथा की महिमा का व्याख्यान किया और अपील की की भगवान की कथा में पहुंचकर अपना जीवन सफल करें और प्रभु की कथा में वही पहुंच सकता है जिस पर प्रभु की कृपा होती है और मनुष्य के कई जन्मों के पुण्य फल से ही प्रभु की कथा सुनने का शुभ अवसर प्राप्त होता है।

   

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