ऐरावत हाथी रथ से जैन धर्मशाला पहुंची भगवान महावीर की प्रतिमा

देहरादून, 20 अप्रैल (हि.स.)। देहरादून के प्रिंस चौक स्थित जैन धर्मशाला में महावीर जयंती पर रविवार को तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। शनिवार को झंडा बाजार जैन मंदिर से भगवान महावीर की प्रतिमा बैंड-बाजे के साथ ऐरावत हाथी रथ से जैन धर्मशाला लाई गई। भगवान महावीर को मंदिर से लाने में जैन मिलन पारस के सदस्यों का सहयोग रहा।

इस अवसर पर भारतीय जैन मिलन की शाखा जैन मिलन मूक माटी की महिलाओं और बच्चों ने सुंदर नाटिका का मंचन किया। इसमें जैनियों के भगवान कहे जाने वाले संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर की जीवन गाथा दर्शायी। बच्चों ने आचार्य के गृह त्याग के बाद उनकी मां की दशा को इतने मार्मिक ढंग से दर्शाया मानो परकाया प्रवेश किया हो। आचार्य विद्यासागर ने अपने गृहस्थ जीवन को त्याग कर मोक्ष पथ को अंगीकार किया और आगे चलकर उनके पूरे परिवार ने इस मार्ग का अनुसरण किया। अंत में आचार्य के देह त्याग के बाद उनका डोला भी दिखाया गया। लोगों ने कार्यक्रम की खूब प्रशंसा की।

श्रीदिगम्बर जैन महासमिति आदि अनादि संभाग ने जैन धर्मशाला के मुख्य द्वार पर कढ़ी-चावल वितरण किया। कार्यक्रम में जैन समाज के अध्यक्ष विनोद जैन, महामंत्री राजेश, मीडिया संयोजक मधु सचिन जैन, भारतीय जैन मिलन के मुख्य कार्यकारी अध्यक्ष नरेश चंद जैन, केंद्रीय चेयरमैन मानवाधिकार सचिन जैन, उत्सव समिति के संयोजक अमित जैन आदि थे।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/सत्यवान/वीरेन्द्र

   

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