लोकसभा चुनावः बैतूल से बसपा उम्मीदवार का नामांकन निरस्त, आठ उम्मीदवार मैदान में

भोपाल, 20 अप्रैल (हि.स.)। लोकसभा निर्वाचन-2024 के निर्वाचन कार्यक्रम के अनुसार तीसरे चरण के लिए मध्य प्रदेश के नौ लोकसभा संसदीय क्षेत्रों में प्राप्त नाम निर्देशन-पत्रों की शनिवार को संवीक्षा की गई। संवीक्षा के दौरान 140 अभ्यर्थियों के नाम निर्देशन-पत्र विधिमान्य पाए गए, जबकि 13 अभ्यर्थियों के नाम निर्देशन-पत्र संवीक्षा उपरांत विधिनुरूप न होने के कारण अस्वीकृत किये गए। इनमें बैतूल से बहुजन समाज पार्टी का उम्मीदवार भी शामिल है। इन क्षेत्रों में नाम वापसी की अंतिम तिथि 22 अप्रैल है। यह जानकारी प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने दी।

उन्होंने बताया कि नाम निर्देशन-पत्रों की संवीक्षा के बाद प्रदेश के नौ संसदीय क्षेत्रों में 140 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें लोकसभा संसदीय क्षेत्र क्रमांक-1 मुरैना में 16 अभ्यर्थी, क्रमांक-2 भिण्ड (अजा) में आठ अभ्यर्थी, क्रमांक-3 ग्वालियर में 21 अभ्यर्थी, क्रमांक-4 गुना में 17 अभ्यर्थी, क्रमांक-5 सागर में 14 अभ्यर्थी, क्रमांक-18 विदिशा में 16 अभ्यर्थी, क्रमांक-19 भोपाल में 25 अभ्यर्थी, क्रमांक-20 राजगढ़ में 15 अभ्यर्थी एवं लोकसभा संसदीय क्षेत्र क्र.-29 बैतूल (अजजा) आठ अभ्यर्थी के नाम निर्देशन-पत्र विधिमान्य पाये गये हैं। वहीं, लोकसभा संसदीय क्षेत्र मुरैना में दो, भिण्ड में एक, ग्वालियर में एक, विदिशा में चार, भोपाल में तीन, राजगढ़ में एक और बैतूल में एक अभ्यर्थी के नाम निर्देशन-पत्र संवीक्षा के बाद विधिमान्य नहीं पाये जाने पर अस्वीकृत कर दिये गए हैं।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने बताया कि नाम निर्देशन-पत्र दाखिल किये गये अभ्यर्थियों के शपथ पत्र एवं अन्य जानकारियां भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट की लिंक https://affidavit.eci.gov.in/ पर देखी जा सकती हैं। नाम निर्देशन-पत्र भर चुके प्रत्याशी सोमवार, 22 अप्रैल तक अपने नाम वापस ले सकेंगे। तीसरे चरण के लिए मंगलवार, सात मई को मतदान होगा। सभी चरणों के मतदान की मतगणना मंगलवार, चार जून को होगी।

गौरतलब है कि बैतूल लोकसभा सीट पर दूसरे चरण में मतदान होना था, लेकिन यहां से बसपा प्रत्याशी अशोक भलावी का ह्रदयघात से निधन होने के बाद इस सीट पर 26 अप्रैल को होने वाला मतदान स्थगित कर दिया गया था। बाद में निर्वाचन आयोग ने इस सीट पर तीसरे चरण में मतदान कराने का निर्णय लिया गया था। यहां से बसपा ने अशोक भलावी के पुत्र अर्जुन भलावी को उम्मीदवार घोषित किया था। अर्जुन ने दो दिन पहले अपना नामांकन दाखिल किया था, लेकिन शनिवार को संवीक्षा के दौरान उनका नामांकन विधिमान्य नहीं पाए जाने पर अस्वीकृत कर दिया गया।

बैतूल संसदीय क्षेत्र के चुनावी मैदान में आठ उम्मीदवार हैं। इसमें पांच उम्मीदवार पार्टी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं तीन उम्मीदवार निर्दलीय के प्रत्याशी के रूप में अपना भाग्य आजमा रहे हैं। बैतूल के अर्जुन नगर वार्ड निवासी दुर्गादास उईके- भाजपा, बैतूल जिले की भैंसदेही तहसील के ग्राम सांवलखेड़ा निवासी रामू टेकाम- कांग्रेस, बैतूल के विकास नगर वार्ड निवासी पुष्पा मर्सकोले- बहुजन मुक्ति पार्टी, बैतूल के कोठारी बाजार निवासी पुष्पा डॉ शैलेंद्र पेन्दाम- अखिल भारतीय गोंडवाना पार्टी, आमला तहसील के ग्राम बामला निवासी बिसराम उइके - गोंडवाना गणतंत्र पार्टी, बैतूल के चंद्रशेखर वार्ड निवासी निमिष सरियाम निर्दलीय, बैतूल जिले के ग्राम चिखलार निवासी भागचरण वरकड़े निर्दलीय, बैतूल जिले की भैंसदेही तहसील के ग्राम चुनालोहना निवासी सुनील कवड़े निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। हरदा-बैतूल लोकसभा सीट अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित सीट है। इस सीट पर दो महिला उम्मीदवार भी चुनावी मैदान में हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/प्रभात

   

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