जीरा-सौंफ के लिए विख्यात उंझा में बनेगा एक्सक्लूसिव कंटनेर रेल टर्मिनल
- Admin Admin
- Feb 12, 2025
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मेहसाणा, 12 फरवरी (हि.स.)। पश्चिम रेलवे के अहमदाबाद मण्डल में स्थित महेसाणा-पालनपुर रेलखंड पर दोहरीकरण कार्य के दौरान उंझा रेलवे स्टेशन पर माल यातायात को ध्यान में रखते हुए नए टर्मिनल बनाने की रुपरेखा तैयार की गई है। अहमदाबाद मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक अन्नु त्यागी के प्रयासाें से इस टर्मिनल काे बनाए जाने का रास्ता साफ हुआ है। उन्हाेंने अपनी कार्यकुशलता और दूरदृष्टि से इस नई योजना की चर्चा कर इसे एक नया आयाम प्रदान किया है। रेलवे बोर्ड ने इस संबंध में परिपत्र जारी कर उंझा रेलवे स्टेशन काे एक्सक्लूसिव कंटेनर रेल टर्मिनल का दर्जा दिए जाने की जानकारी दी है। यह टर्मिनल रेलवे और व्यापार दोनों के लिए आने वाले समय में एक मील का पत्थर साबित होगा।
उंझा तहसील महेसाणा जिले के अंतर्गत आता है। यह क्षेत्र विभिन्न प्रकार के मसाले और कृषि उत्पाद जैसे जीरा, सौंफ, धनिया, सरसों, मेथी, ईसबगुल, राई इत्यादि के व्यापार के लिए प्रसिद्ध है। लेकिन अब तक यहां के किसान अपनी उत्पादित वस्तुएं गुजरात के बाहर सक्रिय रूप से नहीं भेज पाते थे। इसका मुख्य कारण उचित यातायात का अभाव था। जैसे ही उंझा के व्यापारियों को यह जानकारी मिली कि उंझा में एक नया रेल टर्मिनल स्थापित हो रहा है, जो कंटेनर के माध्यम से माल ढुलाई की सुविधा प्रदान करने में सकारात्मक भूमिका निभाएगा, तो किसान एवं व्यापारीगणाें में इसकाे लेकर हर्ष है। अब उनके उत्पाद न केवल गुजरात राज्य में, बल्कि देशभर और विदेशों में भी आसानी से जा सकेगा। इससे उन्हें न केवल अच्छे दाम मिलेंगे, बल्कि रेलवे को भी अतिरिक्त राजस्व की प्राप्ति होगी।
अहमदाबाद मंडल के जनसम्पर्क विभाग की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार प्रारंभ में मेसर्स आदानी लॉजिस्टिक्स लिमिटेड और केंद्रीय गोदाम निगम ने उंझा से कंटेनर ट्रेन संचालन शुरू करने में अपनी रुचि व्यक्त की है। इन दोनों कंपनियों ने वर्तमान समय में 65,000 कंटेनर (टीईयूएस) प्रति वर्ष तक माल ढुलाई की बड़ी संभावना जताई है, खासकर मुंद्रा पोर्ट तक परिवहन के लिए। इस कदम से उंझा एक प्रमुख लॉजिस्टिक्स और निर्यात हब के रूप में और मजबूत होगा। अब तक उंझा के आसपास कोई भी कंटेनर रेल टर्मिनल नहीं था, जिसके कारण अधिकांश माल सड़क मार्ग से भेजा जाता था। लेकिन अब उंझा में एक्सक्लूसिवली कंटेनर रेल टर्मिनल की स्थापना से यह क्षेत्र उत्तरी इलाकों के लिए एक प्रमुख लॉजिस्टिक्स हब के रूप में उभरने की संभावना है। यह विकास न केवल उंझा के किसानों के लिए लाभकारी होगा, बल्कि अहमदाबाद मंडल और समग्र भारतीय रेलवे के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम होगा। वहीं यह टर्मिनल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई ‘नेशनल रेल प्लान’ के विजन 2027 को भी एक नया आयाम देने में भी मदद करेगा।
इस टर्मिनल की स्थापना से उंझा और इसके आसपास के क्षेत्रों में व्यापार और परिवहन की नई दिशा खुलेगी। यह केवल रेलवे के लिए नहीं, बल्कि समग्र अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक परिवर्तन साबित होगा। अहमदाबाद मंडल का इसकाे लेकर उठाया गया कदम भारतीय रेलवे के उत्तरोतर विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भविष्य में और भी बड़े बदलावों का संकेत है।
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हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय