चंबल नदी के जलस्तर में आई कमी, प्रशासन ने ली राहत की सांस
धौलपुर, 2 अगस्त (हि.स.)। धौलपुर में चंबल नदी का रौद्र रूप अब शांत हो रहा है। बीते दो दिन से चंबल नदी के जलस्तर में कमी आई है। बारिश का दौर थमने तथा कोटा बैराज से पानी की आवक बंद होने के बाद शनिवार को चंबल नदी का जलस्तर 133.70 मीटर रिकार्ड किया गया। जो खतरे के निशान 130.79 मीटर से महज तीन मीटर अधिक है। ऐहतिहात के तौर पर जिला प्रशासन द्वारा चंबल नदी के तटीय इलाकों में सतर्कता बरती जा रही है।
बीते दो दिन से प्रदेश के हाडौती अंचल तथा धौलपुर जिले में बरसात का दौर थम गया है। जिसके बाद में प्रशासन ने राहत की सांस ली है। चंबल नदी में भी पानी आवक थमने के बाद अब हालात नियंत्रण में हैं। सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता विवेक बंसल ने बताया कि बीते गुरूवार को चंबल नदी का जलस्तर 142.60 मीटर तक जा पंहुचा था। जो खतरे के निशान 130.79 हीटर से करीब 12 मीटर अधिक था। लेकिन पानी की आवक थमने के बाद में चंबल के जलस्तर में कमी देखी गई। शुक्रवार शाम धौलपुर में चंबल नदी का जलस्तर 137.60 मीटर पर आ गया। आज शनिवार को चंबल नदी का जलस्तर घटकर 133.79 मीटर रिकार्ड किया गया। जो खतरे के निशान से महज तीन मीटर अधिक है। बाढ नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी के मुताबिक चंबल के जलस्तर में लगातार कमी दर्ज की जा रही है। ऐहतिहात के तौर पर जिला प्रशासन की ओर से तटीय इलाकों में निगरानी की जा रही है। बताते चलें कि चंबल नदी का खतरे का निशान 130.79 मीटर है। चंबल नदी पर बने पुराने सडक पुल की उंचाई 141.80 मीटर है। जो गुरूवार को जलस्तर 142.60 मीटर होने के कारण पूरी तरह से डूब गया था। लेकिन नए सडक पुल पर आवागमन पूरी तरह से सुचारू रहा। चंबल नदी में वर्ष 1996 में सर्वाधिक जल स्तर 145.54 मीटर रिकार्ड किया गया था। इसके बाद में वर्ष 2007 में चंबल नदी पर नया सडक पुल बनाया गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रदीप



