रांची में 4224 करोड़ रुपये से हो रहे हैं विकास के कार्य : संजय सेठ

- रेलवे के क्षेत्र में रांची लोकसभा का अभूतपूर्व विकास हो रहा : केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री

रांची, 07 जुलाई (हि.स.)। केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने कहा कि भारत की आजादी के अमृत काल में चारों तरफ विकास की बयार है। 2047 तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकसित भारत का लक्ष्य रखा है, उसके अनुरूप हर दिशा में काम हो रहे हैं। विगत 11 वर्षों के शासन में रेलवे ने इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में नया कीर्तिमान बनाया है।

सेठ सोमवार को अरगोडा स्थित कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से 70 सालों तक उन्हीं पुरानी रेल पटरी पर ट्रेन दौड़ती रहीं। इसकी वजह रही कि हम कुछ नया नहीं सोच सके लेकिन मोदी सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ाया और पूरे समान भाव से देशभर में रेलवे का विकास हो रहा है।

उन्होंने कहा कि रांची लोकसभा क्षेत्र में भी रेल विकास के क्षेत्र में क्रांतिकारी कार्य हुए हैं। खलारी से लेकर ईचागढ़ तक रांची का लोकसभा क्षेत्र है, जिसमें रांची, हटिया के अलावे मुरी, सिल्ली, चांडिल, राय, मैकलुस्कीगंज, झिमड़ी, गंगाघाट, टाटीसिलवे, नामकुम, पिस्का, बालशृंग जैसे दो दर्जन से अधिक रेलवे स्टेशन शामिल हैं। इन सभी रेलवे स्टेशनों का समुचित विकास का कार्य चल रहा है।

रांची लोकसभा क्षेत्र चार रेल मंडल में बंटा हुआ है, इनमें रांची रेल मंडल, चक्रधरपुर रेल मंडल, आद्रा रेल मंडल और धनबाद रेल मंडल शामिल है। इन चारों ही रेल मंडल में व्यापक स्तर पर कार्य हो रहे हैं।

उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में रांची लोकसभा क्षेत्र में 4224 करोड रुपये से अधिक की लागत से विकास योजनाएं चल रही हैं, जिनमें कई योजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं। सबसे बड़ी बात कि इन सबकी स्वीकृति विगत तीन वर्षों में मिली है।

सेठ ने कहा कि क्षेत्र में बड़ी समस्या रेलवे अंडरपास, ओवरब्रिज, सबवे जैसे महत्वपूर्ण निर्माण पर होती थी। वर्तमान समय में 732 करोड़ रूपये की लागत से रांची में ओवरब्रिज, अंडरपास और सबवे जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो रहा है। इसमें 16 पूर्ण हो चुके हैं और 16 पर काम चल रहा है। इसके अलावा नामकुम, टाटीसिलवे और चांडिल में गुड्स शेड के अपग्रेडेशन का भी काम चल रहा है। यह लगभग 54 करोड रुपए की लागत का है। इससे यहां माल वाहक ट्रेनों की आवाजाही बढ़ेगी और रोजगार के भी अवसर बढ़ेंगे। उन्होंकने बताया कि कोडरमा रांची रेलवे लाइन के दोहरीकरण का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। इसपर 234 करोड़ रूपये खर्च हुए हैं।

इसके अलावा राय मैक्लुस्कीगंज क्षेत्र में थर्ड लाइन का निर्माण कार्य भी प्रक्रियाधीन है। 291 किलोमीटर लंबे इस रेलवे लाइन में रांची लोकसभा क्षेत्र का यह क्षेत्र भी पड़ता है। लगभग 356 करोड़ रूपये की लागत से यह कार्य होना है। चांडिल से अनार रेलवे लाइन का निर्माण भी प्रक्रियाधीन है, जो 1932 करोड़ रूपये की लागत से स्वीकृत हुआ है। इसके निर्माण से इस क्षेत्र में रेलवे के विकास को और भी गति मिलेगी।

यह झारखंड में संभवत: पहली बार हो रहा है, जब एनएच के साथ मिलकर रेलवे लेवल क्रॉसिंग का निर्माण कर रहा है। यह फलाईओवर 120 करोड़ रूपये की लागत से स्वीकृत हुआ है, जो ईचागढ़ और रांची को जोड़ेगा। इसके अलावा रांची में बहुत प्रतिक्षित चुटिया में दो आरओबी और प्रोजेक्ट भवन एचईसी के समीप एक आरओबी का निर्माण होना है। यह पूरी तरह से राज्य सरकार के स्तर पर लंबित पड़ा हुआ है और रेलवे ने हर तरफ से इसके स्वीकृति प्रदान कर दी है। राज्य सरकार की पहल के बाद ही इस पर काम आरंभ होगा।

उन्होंने कहा कि अपने क्षेत्र के विकास के लिए प्रधानमंत्री और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को जो भी प्रस्ताव दिया, सबकी स्वीकृति मिली। कुछ प्रस्ताव पर विचार चल रहा है। उसे पर भी बहुत जल्द स्वीकृति मिलेगी। मौके पर पूर्व राज्यसभा सांसद अजय मारु भी उपस्थित रहे।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / विकाश कुमार पांडे

   

सम्बंधित खबर