जिलाधिकारी ने अर्बन पीएचसी में फर्जी मरीजों के पकड़े अभिलेख, डॉक्टर के खिलाफ शासन को लिखा पत्र
- Admin Admin
- Feb 16, 2025
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कानपुर,16फरवरी(हि.स.)। शासन के निर्देश पर लगने वाले मुख्यमंत्री आरोग्य मेले को डॉक्टर कागज में ही चला रहे हैं। हद तो तब हो गयी जब जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह की आँख में धूल झोकने का काम अर्बन पीएचसी के डॉक्टर ने कर दिया। हालांकि जिलाधिकारी ने फर्जी अभिलेखों को भांप लिया और अभिलेख में दर्ज मोबाइल नंबर से सम्बंधित मरीजों से बातचीत कर पुष्टि की और साक्ष्य भी एकत्र किये। जिलाधिकारी ने जहां संबंधित डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा तो वहीं नोडल से लेकर सीएमओ और अपर निदेशक(एडी)स्वास्थ्य की कार्यशैली पर नाराज़गी जताते हुए सवाल खड़े कर दिए।
जिलाधिकारी ने बताया कि शासन के निर्देश में अर्बन एवं रूरल पीएचसी में आरोग्य मेला हर रविवार को मरीजों की सुविधाओं के लिए आयोजित किया जाता है। इसी क्रम में रविवार को जनपद में आरोग्य मेले के आयोजन का जायज़ा लिया गया।
उन्होंने बताया कि आरोग्य मेला की ज़मीनी हकीकत जानने के लिए बिरहाना रोड स्थित पटकापुर नगरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का मौके पर पहुंच कर जायज़ा लिया। इसी दौरान यह पाया गया कि ड्यूटी में उपस्थित डॉ दीप्ति गुप्ता द्वारा फर्जी अभिलेख तैयार करते हुए मरीजों के नाम रजिस्टर में दर्ज किए गए थे। जिस पर संदेह हुआ तो दस्तावेजों में अंकित मोबाइल पर कई मरीज से फोन पर वार्ता कर मरीजों से पूछा कि क्या आप रविवार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आए थे। उनके द्वारा बताया गया कि वह कभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नहीं आए हैं।
जिलाधिकारी ने बताया कि इससे यह पुष्टि हुई कि डॉक्टर दीप्ति ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर उनको गुमराह करना चाहा है। डॉक्टर दीप्ति गुप्ता से उनके द्वारा फर्जी तरीके से अभिलेखों में नाम दर्ज करने के संबंध में सवाल किया गया तो उन्होंने नाेडल डाॅ आरएन सिंह के सामने स्वीकारा कि हमने फर्जी दस्तावेज बनाये हैं। उन्हाेंने कहा कि डाक्टर दीप्ति ने आपत्तिजनक और नकारात्मक कार्य के साथ सरकारी दस्तावेजाें में हेराफेरी की है जाे बहुत ही दंडात्मक कार्य है। इसके संबंध में जिलाधिकारी ने संबंधित डॉक्टर दीप्ति के खिलाफ कार्यवाही किए जाने के निर्देश उपस्थित प्रभारी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आर एन सिंह को दिए है।
साथ ही पर्यवेक्षक अधिकारी नोडल, सीएमओ, और अपर निदेशक (एडी) स्वास्थ्य पर नाराज़गी जाहिर करते हुए कहा कि इन सभी की कार्यशैली की जानकारी प्रमुख सचिव स्वास्थ्य काे दूंगा। फिलहाल संबंधित डाक्टर दीप्ति के खिलाफ शासन काे पत्र लिखा जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / मो0 महमूद