गुवाहाटी, 03 दिसंबर (हि.स.)। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) ने आधुनिक आईटी आधारित सुधारों के जरिए प्रणालीगत दक्षता बढ़ाने के अपने अभियान में एक और उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। एनएफआर के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने बुधवार को बताया कि रेलवे ने अपने पांचों मंडलों के तहत 22 टीटीई लॉबी में शत-प्रतिशत बायोमेट्रिक साइन ऑन/साइन ऑफ सिस्टम सफलतापूर्वक लागू कर दिया है। कटिहार, किशनगंज, अलीपुरद्वार जंक्शन, न्यू बंगाईगांव, रंगिया जंक्शन, कामाख्या, गुवाहाटी, डिब्रूगढ़ टाउन और न्यू तिनसुकिया जैसे प्रमुख स्टेशनों में यह व्यवस्था पूर्ण रूप से कार्यरत है, जिससे स्टाफ की आवाजाही, उपस्थिति और ड्यूटी अनुपालन में पारदर्शिता सुनिश्चित हो रही है।
बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली के लागू होने से एनएफआर में टिकट चेकिंग ऑपरेशन की दक्षता और अधिक मजबूत हुई है। सटीक और रियल-टाइम उपस्थिति दर्ज होने से स्टाफ की तैनाती और ट्रेन संचालन संबंधी जिम्मेदारियों की निगरानी बेहतर तरीके से हो पा रही है। इससे अनुशासन में सुधार, समयपालन में वृद्धि और सेवाओं की गुणवत्ता में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। टिकटिंग अनियमितताओं पर रोक लगने से राजस्व में वृद्धि हुई है, साथ ही क्षेत्र में स्टाफ की बेहतर मौजूदगी के कारण विंडो टिकट बिक्री में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
सुनिश्चित संचालन के लिए मंडल और जोन मुख्यालय में विशेष टीमें सभी लॉबी से जुड़े बायोमेट्रिक इंस्टॉलेशन और रियल-टाइम डेटा की लगातार निगरानी कर रही हैं। एनएफआर आधुनिक डिजिटल तकनीकों के उपयोग से परिचालन क्षमता बढ़ाने, यात्रियों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने और राजस्व में सुधार करने के अपने संकल्प पर दृढ़ है। यह कदम रेलवे को अधिक पारदर्शी, कुशल और तकनीकी रूप से उन्नत नेटवर्क की दिशा में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि की ओर ले जाता है।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश



