छात्राओं ने भारतीय लोकतंत्र के केंद्र में जीवंत सबक सीखा
हिसार, 15 नवंबर (हि.स.)। भारतीय लोकतंत्र की जीवंत संस्थाओं और इसके गौरवशाली
इतिहास से सीधे जुड़ने का एक अद्वितीय अवसर राजकीय कन्या उच्च विद्यालय, राजली की छात्राओं
को मिला, जब उन्होंने आज संसद भवन, नई दिल्ली का एक दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण किया। यह
भ्रमण छात्राओं की नागरिक समझ को समृद्ध करने और उन्हें देश की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं
से सीधे परिचित कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
इस शैक्षणिक यात्रा में कक्षा 9वीं और 10वीं की लगभग 60 चयनित छात्राओं ने
उत्साहपूर्वक भाग लिया। यह कार्यक्रम विद्यालय द्वारा छात्राओं को पाठ्यपुस्तकों से
परे ज्ञान प्रदान करने और उनमें राष्ट्र निर्माण की भावना को प्रोत्साहित करने के लिए
आयोजित किया गया था। इस शैक्षणिक अभियान के दौरान, छात्राओं ने सर्वप्रथम भारतीय संसद भवन का भ्रमण किया। यहां उन्होंने लोकसभा और राज्यसभा के ऐतिहासिक सदनों को करीब
से देखने और समझने का अवसर मिला। छात्राओं ने वास्तविक सदनों में बैठकर देश की विधायिका
की कार्यप्रणाली, चुनाव प्रक्रिया और लोकतांत्रिक मूल्यों पर विस्तृत जानकारी प्राप्त
की। इस अनुभव ने उनके लिए पाठ्यपुस्तकों में पढ़े गए सिद्धांतों को एक मूर्त रूप प्रदान
किया।
इसके पश्चात, छात्रों के दल ने संविधान सदन का भी अवलोकन किया, जहां भारत के
संविधान का मसौदा तैयार किया गया था। इस ऐतिहासिक स्थल ने उन्हें देश के सर्वोच्च कानून
के निर्माण की यात्रा और उसके महत्व से रूबरू कराया। छात्राओं ने देश की संवैधानिक
विरासत और मौलिक अधिकारों एवं कर्तव्यों की गहन जानकारी हासिल की।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर



