इंदौर में एनआरआई महापर्व का भव्य आगाज, 27 देशों के मेहमानों ने महापौर के साथ खेला गुल्ली-डंडा

इंदौर में एनआरआई महापर्व में पारम्परिक खेलों का आयोजनइंदौर में एनआरआई महापर्व में पारम्परिक खेलों का आयोजनइंदौर में एनआरआई महापर्व में पारम्परिक खेलों का आयोजन

- 27 देशों से 220 से ज्यादा प्रवासी पहुंचे इंदौर, नाश्ते का उठाया लुत्फ, शाम को होगी बिजनेस समिट

इंदौर, 17 दिसंबर (हि.स.)। मिनी मुम्बई के नाम से मशहूर मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में एनआरआई फोरम द्वारा आयोजित एनआरआई महापर्व के चौथे संस्करण की बुधवार को शुरुआत हो गई है। इस खास आयोजन में शामिल होने के लिए दुनिया के 27 देशों से 220 से अधिक प्रवासी भारतीय (एनआरआई) इंदौर पहुंचे हैं। विदेशी मेहमानों ने यहां सुबह नाश्ते का लुत्फ उठाया और महापौर पुष्यमित्र भार्गव के साथ गुल्ली-डंडा भी खेला।

इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव की अध्यक्षता में हो रहे इस कार्यक्रम की शुरुआत सुबह यशवंत क्लब में हुई, जहां सुबह 8 बजे से ही उत्सव का माहौल था। यहां एनआरआई मेहमानों के लिए पारंपरिक भारतीय खेलों का आयोजन किया गया। गिल्ली-डंडा, कबड्डी, पतंग उड़ाना, लट्टू और लंगड़ी जैसे देशी खेलों में एनआरआई पूरे जोश के साथ शामिल हुए। महापौर पुष्यमित्र भार्गव भी इन खेलों में शामिल हुए और प्रवासियों के साथ खूब मस्ती की। इन खेलों ने सभी को बचपन की यादों में लौटा दिया।

खेलों के साथ-साथ एनआरआई मेहमानों ने इंदौर के मशहूर नाश्ते का भी स्वाद लिया। मेहमानों ने पोहा-जलेबी और अन्य देसी नाश्ते का लुत्फ उठाया। इस पूरे आयोजन में भारतीय संस्कृति और परंपराओं की झलक साफ नजर आई। हॉन्गकॉन्ग, स्वीडन, जापान, यूके, ऑस्ट्रेलिया, दुबई, अमेरिका, स्पेन, शारजाह और जर्मनी सहित कई देशों से आए इंदौरी प्रवासी इस कार्यक्रम का हिस्सा बने।

इस अवसर पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने आयोजन के महत्व को समझाते हुए कहा कि इसका मकसद दुनियाभर में बसे एनआरआई को इंदौर में हो रहे विकास कार्यों से अवगत कराना है। प्रशासन का प्रयास है कि प्रवासी भारतीय इन कार्यों में अपनी सहभागिता बढ़ाएं। साथ ही, यह मंच इस बात को भी उजागर करता है कि इंदौरी दुनिया भर में किस तरह नाम कमा रहे हैं और वे अपने शहर के लोगों की मदद किस प्रकार कर सकते हैं।

एनआरआई महापर्व के अंतर्गत बुधवार को शाम को डेली कॉलेज परिसर में बिजनेस समिट का आयोजन किया जाएगा। इसमें इंदौर के विकास, भविष्य और निवेश की संभावनाओं पर चर्चा होगी। समिट के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, जहां भारतीय कला और संस्कृति की प्रस्तुति दी जाएगी। कार्यक्रम के समापन पर सभी विदेशी मेहमानों का पारंपरिक मालवी भोजन से स्वागत किया जाएगा, ताकि वे इंदौर की सांस्कृतिक विरासत और स्वाद को करीब से महसूस कर सकें।

महापौर भार्गव ने सोशल मीडिया एक्स पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि इंदौर शहर की प्रतिभाओं ने संपूर्ण विश्व में अपने कार्यों के माध्यम से हमारे इंदौर शहर को गौरवांवित किया है। विदेशों में बसे हमारे इंदौरी बंधुओं को एक मंच उपलब्ध कराने हेतु प्रतिवर्ष इंदौरी एनआरआई समिट का आयोजन किया जाता है। इसी क्रम में आज इंदौरी एनआरआई समिट के चतुर्थ संस्करण में सहभागिता कर विश्व भर से पधारे इंदौरी बंधुओं के साथ विभिन्न मनोरंजक गतिविधियों में सहभागिता की।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

   

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