चिनाब नदी पर रेल पुल इंजीनियरिंग का कमाल

चिनाब नदी पर रेल पुल इंजीनियरिंग का कमाल


जम्मू, 7 जून । जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में स्थित चिनाब नदी पर बना आर्क रेल पुल इंजीनियरिंग का कमाल है। यह भारत की उन्नत प्रौद्योगिकी, निर्माण क्षमता और आत्मनिर्भरता का भी प्रतीक बन गया है। यह पुल विश्व के सबसे ऊँचे रेल पुलों में से एक है, जिसकी ऊँचाई प्रसिद्ध एफिल टॉवर और कुतुब मीनार से भी अधिक है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस ऐतिहासिक पुल का उद्घाटन किया गया। भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता बलबीर राम रतन ने इस पुल की सराहना करते हुए इसे देश की तकनीकी प्रगति और संकल्पशक्ति का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि इस पुल का निर्माण न केवल अत्यंत दुर्गम भूभाग में किया गया है, बल्कि इसमें विश्वस्तरीय इंजीनियरिंग तकनीकों, आधुनिकतम यंत्रों और नवाचारों का भरपूर उपयोग हुआ है।

उन्होंने बताया कि चिनाब पुल का आर्क स्ट्रक्चर इतनी मजबूती से तैयार किया गया है कि यह 260 किमी प्रति घंटा की गति से चलने वाली हवाओं को भी झेल सकता है। पुल की कुल लंबाई लगभग 1.3 किलोमीटर है और यह कटरा से बनिहाल तक की रेल परियोजना का एक बेहद महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो कश्मीर घाटी को शेष भारत से जोड़ने में अहम भूमिका निभाएगा।

बलबीर ने कहा कि इस पुल के बनने से केवल यातायात और पर्यटन को बढ़ावा नहीं मिलेगा, बल्कि इससे सीमावर्ती क्षेत्रों में सेना की आवाजाही भी तीव्र और सुलभ हो सकेगी, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को और मजबूती मिलेगी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में हो रहे बुनियादी ढांचे के विकास की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह पुल आने वाली पीढ़ियों के इंजीनियरों के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगा। उन्होंने उन सभी इंजीनियरों, तकनीशियनों, श्रमिकों और अधिकारियों के प्रति आभार जताया जिन्होंने अथक मेहनत और समर्पण से इस पुल को साकार किया।

   

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