दिव्यांग महिला बीएलओ ने बनाया रिकॉर्ड, समय से पहले पूरा किया एसआईआर का काम,एसडीएम सम्मानित करेंगे

अमेठी, 2 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के कई जिलाें में जहाँ मतदाता सूची के एसआईआर फॉर्म को शत–प्रतिशत भरवाने में बीएलओ और जिला प्रशासन को कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं अमेठी के तिलोई तहसील क्षेत्र में रहने वाली दिव्यांग बीएलओ राजरानी ने असाधारण मिसाल पेश की है। उन्हाेंने समय से पहले ही एसआईआर का काम पूरा किया है। जिससे प्रभावित होकर एसडीम मंगलवार की शाम बीएलओ के घर पहुंच कर सम्मानित करेंगे और डिनर के लिए आमंत्रित भी करेंगे।

अमेठी जिले की तिलोई तहसील क्षेत्र अंतर्गत संग्रामपुर गांव के बूथ संख्या 212 की बीएलओ राजरानी पैर से दिव्यांग हैं और बिना सहारे चलना भी कठिन है। इसके बावजूद उन्होंने अपने बूथ के 753 मतदाताओं के एसआईआर फॉर्म तय समय से पहले 100 प्रतिशत भरवा दिए। वे अमेठी जिले की दूसरी ऐसी बीएलओ बनीं, जिन्होंने दिव्यांगता और घर-परिवार की जिम्मेदारियों के बीच यह लक्ष्य प्राप्त किया है। राजरानी ने अपनी बेटी को घर की जिम्मेदारी सौंपी और बेटे का सहारा लेकर घर-घर पहुंचकर मतदाताओं को जागरूक किया। उन्होंने कहा, “जिस दिन जिम्मेदारी मिली, मैंने इसे देशहित का काम समझकर पूरी लगन से पूरा किया। कोई काम बड़ा या छोटा नहीं होता। मन से किया जाए तो कुछ भी असंभव नहीं है।” उन्होंने अन्य बीएलओ से अपील की कि तनाव में आकर आत्महत्या जैसे कदम न उठाएँ और धैर्य के साथ कर्तव्य निभाएँ।

राजरानी के उत्कृष्ट कार्य से जिला प्रशासन भी प्रभावित है। तिलोई के उपजिलाधिकारी अमित कुमार सिंह ने बताया कि मंगलवार शाम को राजरानी के घर पहुंचकर उनको सम्मानित करेंगे और परिवार सहित डिनर पर ले जाएंगे। उन्होंने कहा कि राजरानी जहां चाहें—सरकारी आवास या होटल—वहीं डिनर किया जाएगा। एसडीएम ने बताया कि तिलोई तहसील में कुल 18 बीएलओ ने 100% कार्य पूरा कर लिया है, जिनमें सबसे तेज कार्य रोशनी ने किया, जबकि दूसरा स्थान राजरानी का है। उन्होंने कहा, “दिव्यांगता के बावजूद राजरानी का समर्पण आज जिले और प्रदेश दोनों के लिए प्रेरणास्रोत है।

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हिन्दुस्थान समाचार / लोकेश त्रिपाठी

   

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