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जींद, 20 फ़रवरी (हि.स.)। तीन साल पहले 60 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े सिंचाई विभाग के एक्सईएन बनारसी दास को अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश जयवीर हुड्डा की अदालत ने पांच साल की सजा और 70 हजार रुपये जुर्माना सुनाया है।
दोषी अपनी सर्विस की रिटायरमेंट से दस दिन पहले ही रिश्वत लेते पकड़ा गया था। अदालत में चले अभियोग के अनुसार 21 अक्टूबर 2022 को नरवाना के ढाकल निवासी अमित कुमार ने करनाल एसीबी को दी शिकायत में बताया था कि उसने दुब्बल ड्रेन की सफाई का काम ठेके पर लिया हुआ है। इस कार्य के बिल की राशि पास करने की एवज में नरवाना सिंचाई विभाई के एक्सईएन बनारसी दास द्वारा 60 हजार रुपये की रिश्वत मांगी जा रही है।
शिकायत पर कार्रवाई करते हुए एसीबी की टीम ने रेड मारी और जाल बिछाकर एक्सईएन बनारसी दास को 60 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी के खिलाफ करनाल एसीबी थाना में भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया था। तभी से मामला विचाराधीन था। गुरूवार को अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश जयवीर हु्ड्डा की अदालत ने बनारसी दास को दोषी करार देते हुए पांच साल की सजा व 70 हजार रुपये जुर्माना लगाया है। बनारसी दास जिस दिन गिरफ्तार किए गए, उसके 10 दिन बाद उन्हें रिटायर होना था, लेकिन वह रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा