नशा कारोबारियों पर कोताही बरतने वाले 22 पुलिस अधिकारियों पर गाज गिरने की तैयारी

अजमेर, 23 जनवरी (हि.स.)। अजमेर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक ओम प्रकाश ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि क्षेत्र में अपराधियों पर कार्रवाई तेज करने के लिए दो बड़े अभियान चलाए गए थे। पहला अभियान नशे के खिलाफ और दूसरा साइबर अपराधियों के विरुद्ध था। इन अभियानों में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है।

नशे के कारोबार के खिलाफ चलाए गए एनडीपीएस अभियान के तहत 77 केस दर्ज कर 100 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बड़ी मात्रा में अफीम, गांजा, और एमडी जैसे मादक पदार्थ बरामद किए हैं।

साइबर अपराधियों के खिलाफ चलाए गए अभियान में पुलिस ने 17 करोड़ रुपये की अवैध धनराशि को होल्ड कराया। इन अपराधियों का मुख्य लक्ष्य वरिष्ठ नागरिक होते हैं। सवाई माधोपुर और जयपुर में कई अपराधियों को पकड़ा गया है।

एक विशेष अभियान के दौरान मोबाइल चोरी के 22 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और 446 चोरी के मोबाइल जब्त किए गए। इनकी अनुमानित लागत लगभग एक करोड़ रुपये है। अब ये मोबाइल उनके असली मालिकों को लौटाए जा रहे हैं।

आईजी ओम प्रकाश ने बताया कि अजमेर नशे का ट्रांजिट रूट है, जहां नशे का उत्पादन नहीं होता, लेकिन यहां से मादक पदार्थों की आपूर्ति की जाती है। ऐसे में पुराने पेंडिंग केसों की फाइलें मंगवाकर उनकी समीक्षा की गई। जिन मामलों में जांच में कोताही बरती गई, अभियुक्तों को नामजद नहीं किया गया या गिरफ्तार नहीं किया गया, उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। करीब 21-22 पुलिस अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई की अनुशंसा की गई है।

अजमेर रेंज में 236 पुलिस कर्मियों को पदोन्नति दी गई है। नागौर में वर्ष 2016 से 2024 तक पदोन्नति से वंचित कर्मियों के प्रकरणों का भी निस्तारण किया गया है। कई सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी भी इस प्रक्रिया से लाभान्वित हुए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / संतोष

   

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