ऑपरेशन ‘नन्हे फरिश्ते’ अभियान के तहत वर्ष 2024-25 में बचाए गए 621 बच्चे
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- Apr 17, 2025

-रेलवे सुरक्षा बल ने चार नाबालिग बच्चों को चाइल्ड लाइन के सुपुर्द किया
प्रयागराज, 17 अप्रैल (हि.स.)। प्रयागराज मण्डल में रेलवे सुरक्षा बल द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान 621 बच्चों को रेलगाड़ियों, रेलवे परिक्षेत्र से बचाकर उनके परिजनों, एनजीओ, चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सुपुर्द किया गया है। इनमें से रेलवे सुरक्षा बल की प्रयागराज यूनिट ने 234 बच्चे, मिर्जापुर ने 109 बच्चे, कानपुर ने 97 बच्चे, अलीगढ़ ने 39 बच्चे, प्रयागराज छिवकी ने 23 बच्चों को बचाकर उनके परिजनों-एनजीओ और चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सुपुर्द किया।
यह जानकारी जनसम्पर्क अधिकारी अमित कुमार सिंह ने गुरुवार को दी। उन्होंने बताया कि रेलवे सुरक्षा बल के अथक प्रयासों से परिजनों से बिछुड़े, अपने घर से भागकर अथवा बहका कर लाए गए हजारों बच्चों को प्रतिवर्ष बचाकर उनके परिजनों तक पहुंचाने में महती भूमिका अदा कर रही है।
उन्होंने बताया कि विगत 15 अप्रैल को हेल्पलाइन, प्रयागराज से प्राप्त सूचना के अनुपालन में रेलवे सुरक्षा बल कानपुर की उपनिरीक्षक आरती ने शिकायतकर्ता संतोष कुमार से सम्पर्क करने पर बताया कि उनकी बहन प्रियंका गाड़ी 12436 आनद विहार-जयनगर गरीबरथ में आनंद विहार से समस्तीपुर तक यात्रा कर रही है। उनकी सीट पर 4 नाबालिग बच्चे बैठे हुए हैं, जो शायद घर से भाग कर आए हैं, जिसमें 3 लड़कियां तथा 1 लड़का है। रेलवे सुरक्षा बल कानपुर के सहायक उपनिरीक्षक अखिलेश कुमार सिंह ने मेरी सहेली स्टाफ, महिला कांस्टेबल अंजली के साथ गाड़ी 12436 आनद विहार-जयनगर गरीबरथ को कानपुर पहुंचने पर अटेंड किया। रेलवे सुरक्षा बल को जी-15 कोच के सीट नंबर 15 पर महिला यात्री एवं 4 नाबालिग बच्चे मिले। बच्चों को गाड़ी से उतारकर रेलवे सुरक्षा बल कानपुर पोस्ट पर लाया गया।
उप निरीक्षक आरती कुमारी द्वारा पूछने पर उन्होंने अपना नाम क्रमशः राधा पुत्री जोगेंद्र मिश्र उम्र 9 वर्ष गुड़गांव; लकी पुत्र जोगेंद्र मिश्र उम्र 8 वर्ष गुड़गांव; ज्योति पुत्री रामबली उम्र 7 वर्ष गुड़गांव एवं पूजा पुत्री रामबली उम्र 5 वर्ष गुड़गांव बताया। बच्चों ने बताया कि उन्हें एक आदमी लेकर स्टेशन आया था और चारों को इस गाड़ी में बिठाकर चला गया, बच्चे उस व्यक्ति को नहीं जानते हैं।
सहायक उप निरीक्षक अखिलेश कुमार सिंह ने बच्चों द्वारा बताए गए मोबाइल नंबर पर सम्पर्क कर परिजनों को सूचित किया। परिजनों ने बताया कि वह बच्चों को लेने कानपुर आ रहे हैं। रेलवे सुरक्षा बल द्वारा चारों बच्चों को खाना खिलवाया गया और उन्हें मेरी सहेली स्टाफ की निगरानी में रखा गया। रेलवे सुरक्षा बल की उप निरीक्षक अंजना सिंह द्वारा अग्रिम कार्रवाई के लिए बच्चों को चाइल्ड लाइन कानपुर के सुपुर्द कर दिया गया।
हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र