एमएसएमई उद्यमिता प्रशिक्षण के साथ लद्दाख के 700 युवाओं को सशक्त बनाया

जम्मू, 6 मार्च (हि.स.)। लद्दाख के युवाओं में उद्यमशीलता की भावना और तकनीकी कौशल को जगाने के लिए डिज़ाइन किया गया एक व्यापक दो-सप्ताह का उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम संपन्न हुआ। यह कार्यक्रम 700 से अधिक छात्रों तक पहुँचा और उन्हें प्रौद्योगिकी क्षेत्र में महत्वपूर्ण संसाधनों और अवसरों से जोड़ा। एनआईईएलआईटी लेह और लद्दाख विश्वविद्यालय के सहयोग से एनआईटी श्रीनगर में मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा आयोजित कार्यशाला को एमएसएमई मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रायोजित किया गया था।

समापन सत्र में एनआईईएलआईटी लद्दाख के निदेशक डॉ. फुंटसोग तोलधन ने भाग लिया। एनआईटी श्रीनगर के निदेशक प्रो. बिनोद कनौजिया ने कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक के रूप में कार्य किया। कार्यक्रम में प्रतिभागियों को उच्च-मांग वाले क्षेत्रों में व्यावहारिक कौशल से लैस करने पर ध्यान केंद्रित किया गया जिसमें उच्च-ऊंचाई वाले ड्रोन पायलटिंग, 3डी प्रिंटिंग, लेजर उत्कीर्णन, यूवी प्रिंटिंग, आईओटी, सौर ऊर्जा, रोबोटिक्स और स्वचालन शामिल हैं।

एमएसएमई ईएसडीपी योजना के नोडल अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार राजेंद्रन ने कहा यह कार्यक्रम एनआईटी श्रीनगर द्वारा लद्दाख में प्रौद्योगिकी-संचालित संस्कृति विकसित करने के लिए किए जा रहे निरंतर प्रयास की शुरुआत है। उन्होंने क्षेत्र की विशाल क्षमता और महत्वाकांक्षी उद्यमियों को समर्थन देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा हमारा उद्देश्य तकनीकी संस्थानों में अंतर को पाटना और युवा व्यक्तियों को उनके उद्यमशील उपक्रमों के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने के लिए सशक्त बनाना है।

वहीं डॉ. तोलधन ने कहा कि प्रौद्योगिकी आधारित कौशल विकास को बढ़ावा देने में सहयोग का महत्व है। उन्होंने कहा कि हम एनआईटी श्रीनगर के साथ साझेदारी करके प्रसन्न हैं और लद्दाख के युवाओं और उद्यमियों को और अधिक लाभ पहुंचाने के लिए उच्च ऊंचाई वाले ड्रोन प्रतियोगिता सहित भविष्य के सहयोग की खोज कर रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा

   

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