सोनपुर में डिजिटल जनगणन को लेकर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला

तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशालातीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला

सारण, 18 नवंबर (हि.स.)। भारत की आगामी जनगणना 2027 के पूर्व परीक्षण को सफल बनाने के उद्देश्य से, सोनपुर नगर परिषद के कॉन्फ्रेंस हॉल और लाइब्रेरी हॉल में प्रगणकों और पर्यवेक्षकों के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।

प्रशिक्षण कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ सोनपुर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी शशि कुमार द्वारा किया गया।

उन्होंने अपने संबोधन में जनगणना जैसे राष्ट्रीय महत्व के कार्य में प्रगणकों और पर्यवेक्षकों की भूमिका को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। कार्यपालक पदाधिकारी ने प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि जनगणना का कार्य देश के विकास की योजनाओं के लिए आधारशिला रखता है।

इस बार की जनगणना 'डिजिटल जनगणना' के रूप में एक ऐतिहासिक परिवर्तन लाएगी। उन्होंने सभी को गंभीरता और जिम्मेदारी के साथ प्रशिक्षण प्राप्त करने और फील्ड कार्य को त्रुटिरहित ढंग से सम्पन्न करने का निर्देश दिया. प्रशिक्षण में उपस्थित सभी 82 प्रगणकों और 14 पर्यवेक्षकों को जनगणना कार्य निदेशालय, बिहार के संयुक्त निदेशक, गोपाल महतो ने भी संबोधित किया. उन्होंने जनगणना कार्य की महत्ता पर प्रकाश डाला और बताया कि सटीक डेटा ही सही नीति निर्माण की कुंजी है। उन्होंने विशेष रूप से डिजिटल जनगणना के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया, जिस पर इस बार पूरा जोर दिया जा रहा है।

उन्होंने प्रतिभागियों को बताया कि उनका कार्य सिर्फ आंकड़े एकत्र करना नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण में सीधे योगदान देना है। पूर्व परीक्षण कार्य हेतु सोनपुर नगर परिषद के 21 वार्डों के अंतर्गत 74 मकान सूचिकरण ब्लॉकों का निर्माण किया गया है। इन ब्लॉकों में डेटा संग्रहण के लिए ही 82 प्रगणक और 14 पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं, जिन्हें गहन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। 17.11.2025 से 19.11.2025 तक आयोजित इस प्रशिक्षण का मुख्य फोकस नवीनतम डीजिटल ले आउट मै एप्प और हाउस लिस्टिंग एप्प है। इसके अतिरिक्त, प्रतिभागियों को भवनों की भौगोलिक टैगिंग की तकनीक और डिजिटल माध्यम से सटीक डाटा संग्रहण की प्रक्रियाओं से संबंधित विस्तृत जानकारी और व्यावहारिक अभ्यास कराया जा रहा है।

इस परिक्षण शिविर में प्रखंड सांख्यिकीय पदाधिकारी अनिल कुमार, जनगणना निदेशालय के उप निदेशक निरंजन कुमार, सहायक निदेशक शिवेन्द्र, और अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित रहे, जिन्होंने प्रतिभागियों को आवश्यक तकनीकी एवं प्रशासनिक सहयोग का आश्वासन दिया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम न केवल सोनपुर क्षेत्र में जनगणना पूर्व परीक्षण को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि भारत की पहली पूर्ण डिजिटल जनगणना के लिए एक सफल मॉडल तैयार करने में भी सहायक होगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय कुमार

   

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