यौन शोषण के आरोपित प्राध्यापक पर कार्रवाई की मांग को लेकर एबीवीपी नीत डूसू ने जड़ा डिप्टी डीन कार्यालय पर ताला
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- Jan 08, 2025
नई दिल्ली, 8 जनवरी (हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने बुधवार को दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन तथा ज्वाइंट डीन (छात्र कल्याण) कार्यालय पर ताला जड़ दिया। उन्होंने रामजस कॉलेज की एक नाबालिग छात्रा के यौन शोषण के आरोपित प्राध्यापक धनीराम को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर मामले की पुलिस जांच कराने की मांग की। इस मांग के साथ धनीराम पर कार्रवाई की मांग करते हुए एबीवीपी कार्यकर्ता डीएसडब्लू कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे हैं। आरोप है कि
लगभग एक माह पूर्व रामजस महाविद्यालय में पढ़ने वाली एक नाबालिग छात्रा के साथ वहां के एक प्राध्यापक धनीराम, जो कि दिल्ली विश्वविद्यालय का सह-अधिष्ठाता छात्र कल्याण भी हैं, ने यौन शोषण तथा छेड़छाड़ किया था। इसकी शिकायत छात्रा ने आईसीसी में की है।
परिषद का कहना है कि धनीराम द्वारा इस मामले को दबाने और छात्रा की शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई न किए जाने पर रामजस महाविद्यालय की एबीवीपी इकाई ने 24 दिसंबर को कॉलेज में प्रदर्शन कर प्राध्यापक के निलंबन की मांग की। इसके पश्चात एबीवीपी और एबीवीपी नीत डूसू का एक संयुक्त प्रतिनिधिमंडल डीसीपी उत्तरी जिला से मिला था और मामले का संज्ञान लेकर त्वरित कार्रवाई की मांग की थी।
एबीवीपी नीत दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पदाधिकारियों उपाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह तथा सचिव मित्रविंदा कर्नवाल ने दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति के नाम ज्ञापन देकर उक्त प्राध्यापक को सभी प्रशासनिक पदों से निलंबित कर त्वरित जांच की मांग की थी।
एबीवीपी के रामजस महाविद्यालय की इकाई अध्यक्ष संजना त्यागी ने कहा कि, आज जब हम आंदोलन करने के लिए जा रहे थे, तब रामजस के प्राध्यापक देवराज मुखर्जी ने धनीराम से दोस्ती की दुहाई देते हुए हमें आंदोलन करने जाने से रोकने का प्रयास किया तथा बाहरी गुंडों से विद्यार्थियों को पिटवाकर आंदोलन खराब करने की कोशिश की। लेकिन हम धनीराम तथा समूचे दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन को बता देना चाहते हैं कि जब तक छात्रा को न्याय नहीं मिल जाता तब तक हम यह आंदोलन जारी रखेंगे।
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ की सचिव मित्रविंदा ने कहा कि, हमारे रामजस प्रशासन तथा दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन से बार बार बात करने के बाद भी दिल्ली विश्वविद्यालय ने धनीराम पर कोई कार्रवाई नहीं की तथा वह विश्वविद्यालय में अपना रसूख दिखाता हुआ खुला घूम रहा है। आज हमें मजबूरी में दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन ऑफिस पर ताला लगाना पड़ा। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ जब तक धनीराम को पदच्युत नहीं किया जाता तब तक यहां आंदोलन पर बैठा रहेगा।
एबीवीपी दिल्ली के प्रदेश मंत्री हर्ष अत्री ने कहा, “इस प्रकरण में छात्रा को न्याय दिलाने के लिए एबीवीपी पिछले एक महीने से इस लड़ाई को निरन्तर लड़ रहा है, परंतु एक बड़ा समूह, जिसमे वामपंथी प्राध्यापक भी शामिल हैं, प्रो धनीराम को बचाने व इस मुद्दे को दबाने में लगे हैं। ऐसे सभी दुराचारियों के विरुद्ध एबीवीपी इस लड़ाई को तब तक लड़ेगी जब तक ऐसे एक-एक दुराचारी को इस विश्वविद्यालय से बाहर नहीं कर देंगे।”
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हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी