लावारिस बालक और परिवार से बिछड़ी बुजुर्ग महिला को परिजनों से मिलाया

रेवाड़ी से हरिद्वार पहुंची बुजुर्ग महिला

हरिद्वार, 21 फ़रवरी (हि.स.)। मानवता की मिसाल पेश करते हुए हरिद्वार पुलिस की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने लावारिश हालत में मिले बालक को रेस्क्यू कर उसके परिजनों से से मिलाया। वहीं परिजनों से बिछड़ कर हरिद्वार पहुंची 190 वर्षीय बुजुर्ग महिला को भी उसके परिजनों के सुपुर्द किया गया।

एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट प्रभारी निरीक्षक विजय सिंह ने बताया कि हरिद्वार नगर कोतवाली क्षेत्र से 12 वर्षीय बालक को रेस्क्यू किया गया। वह अपने घर से बिना बताए ट्रेन से हरिद्वार आ गया था। उसे बाल कल्याण समिति के खुला आश्रय गृह, कनखल में रखा गया। बालक से पूछताछ के बाद परिजनों से संपर्क करने पर पता चला कि वह 18 फरवरी से लापता था। परिवार ने उसे हर जगह खोजा, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली थी। सूचना मिलते ही पिता और बुआ तुरंत हरिद्वार के लिए रवाना हुए। बाल कल्याण समिति हरिद्वार ने उचित काउंसलिंग के बाद उसे पिता नरेंद्र शर्मा और बुआ सीमा शर्मा निवासी ग्राम डोला, थाना सिंघावली अहीर, जिला बागपत, उत्तर प्रदेश के सुपुर्द कर दिया।

दूसरी ओर 17 फरवरी को चेतक कर्मियों को एक बुजुर्ग महिला लावारिस हालत में घूमते मिली। महिला ने खुद का नाम शांति देवी निवासी बिहार बताया । पूरी जानकारी न दे पाने पर सुरक्षा की दृष्टि से उक्त महिला को थाने लाया गया। महिला अपनी मूल भाषा के अलावा कोई अन्य भाषा का प्रयोग नहीं कर पा रही थी।

ऐसे में बिहार मूल के कुछ व्यक्तियों को बुलाकर महिला से पूछताछ कराई गई तो महिला की ओर से खुद का पता ग्राम कुडनी जिला कैमूर बिहार बताया गया। पुलिस ने जनपद कैमूर कंट्रोल रूम का नंबर लेकर लोकल थाने से संपर्क कर बुजुर्ग महिला के संबंध में जानकारी की। पता चला कि उक्त बुजुर्ग महिला अपने पोते व बहू के साथ रेवाड़ी हरियाणा में रहती थी, जो बिना बताए घर से बाहर निकली और ट्रेन में बैठ कर हरिद्वार पहुंच गई थी।

सोशल मीडिया पर महिला की फोटो आदान प्रदान कर महिला के परिजनों से पुष्टि कर महिला के परिजनों को हरिद्वार बुला कर बुजुर्ग महिला को परिजनों के सुपुर्द किया गया। अपने परिजनों को सकुशल पाकर दोनों ही परिवारों ने हरिद्वार पुलिस का आभार जताया।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

   

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